लखनऊ। यूपी में खिलाड़ियों के सम्मान के साथ उनकी प्रतिभा को निखारने का काम प्रदेश सरकार कर रही है। खासकर ग्रामीण परिवेश के युवाओं की प्रतिभा को निखारने और उनको राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मंच दिलाने के लिए काम किया जा रहा है। इसके लिए सभी 75 जिलों में ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है और खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए ग्रामीण इलाकों में मिनी स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। सरकार की ओर से मिनी स्टेडियम के निर्माण के तीसरी किस्त भी जारी कर दी गई है। अभी हाल में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ ने टोक्यो ओलम्पिक में देश का मान बढ़ाने वाले खिलाडि़यों का सम्मान किया था।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर यूपी में 20 मिनी स्टेडियम का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसमें से एक मिनी स्टेडियम बनकर तैयार हो गया है। इसके अलावा 17 मिनी स्टेडियम को निर्माण के लिए जारी की गई प्रथम किश्त का उपयोगिता प्रमाण पत्र मिलने के बाद दूसरी किस्त जबकि 12 स्टेडियम को दूसरी किस्त और एक नए ग्रामीण मिनी स्टेडियम के लिए प्रथम किस्त जारी की जा चुकी है। प्रदेश सरकार का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। संसाधनों की कमी के चलते ग्रामीण युवाओं की प्रतिभा सामने नहीं आ पाती है। इसके लिए ग्रामीण इलाकों में मिनी स्टेडियमों का निर्माण कराया जा रहा है। इनके निर्माण के बाद ग्रामीण परिवेश के युवाओं की प्रतिभा सामने आ सकेगी और उनको एक मंच मिल सकेगा।
जनपदीय खेलकूद निखार रहे युवाओं की प्रतिभा
प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद ग्रामीण इलाकों में युवाओं को खेलकूद में आगे बढ़ाने के लिए ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन शुरू किया गया। आयोजनों के लिए प्रत्येक जनपद को 40 हजार रुपए की धनराशि जारी की गई। ग्रामीण क्षेत्र में खिलाड़ियों की रूचि देखते हुए वित्तीय वर्ष 2018-19 में बजट में बढ़ोत्तरी कर दी गई। ब्लाक स्तर पर भी खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन शुरू कर दिया है। इसके लिए 250 लाख रुपए का बजट दिया गया। वहीं, 2020-21 में इसके दायरे को बढ़ाते हुए 701 विकास खंडों , 62 जनपदों में ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसमें 18 मंडलीय व 6 जोनल स्तर की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं के जरिए ग्रामीण युवाओं को आगे आने का मौका मिला।