
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर आरटीओ कार्यालय में वर्ष 2000 से लेकर अब तक के वाहन प्रपत्रों की डाटा फीडिंग का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इसके अलावा अब पुराने वाहन संबंधी प्रपत्रों कीडाटा फीडिंग का कार्य दोबारा कराया जाएगा।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) अखिलेश द्विवेदी ने शुक्रवार को बताया कि ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) और वाहन संबंधी प्रपत्रों को अगल किया जा रहा है। वर्ष 2000 से लेकर अब तक के वाहन संबंधी प्रपत्रों की डाटा फीडिंग का कार्य पूरा हो चुका है। पुराने वाहन संबंधी प्रपत्रों की अब दोबारा से डाटा फीडिंग कराई जाएगी। इसके अलावा मैनुअल रूप से भी फाइलों को सुरक्षित रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2000 के पहले के प्रपत्रों को कंडम घोषित करते हुए नीलाम कराया जाएगा।
फिलहाल आरटीओ कार्यालय में नए और पुराने वाहनों से जुड़े करीब 42 लाख फाइलें हैं। इनमें डीएल संबंधी फाइलें लगभग दस लाख हैं। इन फाइलों को दस-दस साल के रिकार्ड के साथ सुरक्षित रखा जा रहा है।
दरअसल, प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी के दौरे के बाद लखनऊ के आरटीओ कार्यालय में फाइलों को सुरक्षित रखने की तैयारी अब तेजी से शुरू हो गई हैं। इन फाइलों को लाल कपड़े में बांधकर सुरक्षित स्टोर रूम में रखा जाएगा। ताकि किसी फाइल की जरूरत पड़ने पर उसे मैनुअल रूप से उपलब्ध कराया जा सके।