बाराबंकी 8 सितम्बर 2021। स्थानीय जनपद में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत इस बार ‘मातृ शक्ति-राष्ट्र शक्ति’ थीम पर मातृ वंदना सप्ताह का आयोजन किया गया। इस बार यह कार्यक्रम ‘मातृ शक्ति-राष्ट्र शक्ति’ थीम पर आयोजित हुआ । इस दौरान जनपद की कुल 2162 पात्र गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को लाभ पहुँचाने के लिए चन्हित कर उनके बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, पोषण एवं स्वच्छता के प्रति संवेदनशीलता पर बढ़ावा देने हेतु प्रचार-प्रसार किया गया। साथ ही गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को कोविड टीकाकरण के प्रति विशेष तौर पर जागरूक किया गया। योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं या पहले बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं को पांच हजार की धनराशि लाभार्थी के खाते में भेजी जाती है। जिले में यह सप्ताह एक से 7 सितम्बर तक चलाया गया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी अम्बरीश द्विवेदी ने बताया कि जिले में विशेष सप्ताह के दौरान अलग-अलग दिनों में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के बारे में जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। साथ ही टीम द्वारा लाभार्थियों घर-घर जाकर पूरी जानकारी दी गई। इसके साथ-साथ ग्राम सभाओं की मीटिंग में भी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। गर्भवती महिलाओं को विशेष तौर पर कोविड-19 टीकाकरण के बारे में भी जागरूक किया गया।
डीपीएम ने बताया कि मातृ वंदना सप्ताह के दौरान जनपद के त्रिवेदीगंज 257, फतेहपुर 249, बंकी 227, सूरतगंज 189, दरियाबाद 178, सिद्धौर 170, देवा 144, हैदरगढ़ 143, बेनीकोडर 141, मसौली 109, हरख 83, सिरौलीगौसपुर 81, रामनगर 72, निंदूरा 69, नवाबगंज 37, पूरेडलई 13 सहित कुल 2162 पहली बार गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए चिन्हित किया गया है। योजना के तहत उनकी पहली किस्त की भुगतान जल्द हो जायेगी।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा केएनएम त्रिपाठी का कहना है कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना को गति प्रदान के लिए एक से सात सितम्बर तक जिले में मातृ वंदना सप्ताह मनाया गया। उन्होंने कहा कि सप्ताह के दौरान सभी पात्र गर्भवती व धात्री महिलाओं को लाभ पहुँचाने पर विशेष जोर दिया गया। विभिन्न कार्यक्रम के तहत जनसामान्य तक ज्यादा से ज्यादा योजना का प्रचार-प्रसार करते हुए पात्र महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता के प्रति संवेदनशीलता पर बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। इसके अलावा कोविड टीकाकरण के प्रति गर्भवती एवं धात्री महिलाओं सही जानकारी देते हुए विशेष तौर पर जागरूक किया । उन्होने बताया कि सप्ताह के दौरान गर्भवती को उचित आराम व पोषण की जरूरत के बारे में समझाया गया और नियमित प्रसव पूर्व देखभाल की आवश्यकता बताई गई क्योंकि एक हृष्ट-पुष्ट शिशु के लिए जरूरी है कि गर्भवती के पोषण का खास ख्याल रखा जाए । हरी साग-सब्जियों व मौसमी फल को नियमित भोजन में शामिल किया जाए । गर्भवती को यह भी बताया गया कि संस्थागत प्रसव में ही माँ-बच्चे की सुरक्षा निहित है व शिशु टीकाकरण बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है ।
योजना के तहत तीन किश्तों में मिलते हैं 5000 रूपये :
नोडल अधिकारी ने बताया प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना तहत पहली बार गर्भवती होने पर योजना के तहत पंजीकरण के लिए गर्भवती और उसके पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड, मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है । बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिए । पंजीकरण के साथ ही गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं । प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं ।