नई दिल्ली. IPL यानी क्रिकेट का तूफान. रनों का कोहराम. जहां होती है चौकों और छक्कों की बारिश. और, सीजन-11 में तो ये नजारा कुछ ऐसा दिखा है कि पिछले सारे रिकॉर्ड ही चूर-चूर हो गए हैं. मतलब साफ है कि इस सीजन कई खिलाड़ियों के टीम बदलने से, उनकी जर्सी बदलने से, उनके खेलने का अंदाज और उनके सोचने का मिजाज भी बदल गया है. यही वजह है कि IPL-11 में आसमानी गोले जमकर बरसे हैं. आसमानी गोलों से यहां मेरा मतलब उन छक्कों से हैं जो गेंदबाजों के दिलों पर छुरियां चलाने का काम करते हैं. IPL-11 में गेंदबाजों के दिलों पर ये छुरियां खूब चली हैं और इतनी चली हैं कि उसमें पुराने रिकॉर्ड स्वाहा हो गए हैं. इस सीजन अब तक बरसे बेहिसाब छक्कों का रिकॉर्ड जब आप भी देखेंगे तो कहेंगे कि वाकई पिछले आंकड़े कहीं नहीं ठहरते.
अब तक 749 …
51 मुकाबलो के बाद IPL-11 के संग्राम में अब तक कुल 749 छक्के लग चुके हैं. ये छक्के 101 पारियों में लगे हैं यानी इस सीजन हर 7.28 पारी में एक छक्का लगा है. इससे पहले IPL की पिच पर सबसे ज्यादा छक्के साल 2012 में लगे थे. तब पूरे सीजने की 148 पारियों में 734 छक्के लगे थे यानी कि हर 4.95 पारी में एक छक्का. साल 2012 का रिकॉर्ड 2014 टूटते-टूटते रह गया था जब IPL की 120 पारियों में 714 छक्के लगे थे. वहीं पिछले सीजन यानी कि साल 2017 में कुल 705 छक्के लगे.
टारगेट 800+
IPL-11 में अभी ग्रुप स्टेज के कुछ मुकाबलों के अलावा प्ले ऑफ और फाइनल का रोमांच बाकी है. इसका मतलब ये है कि इस सीजन में छक्कों का आंकड़ा 800 के पार भी पहुंच सकता है. और, अगर ऐसा हुआ तो ये IPL के 11 साल के इतिहास में पहली बार होगा.
सबसे आगे हिंदुस्तानी
बड़ी बात ये है कि IPL-11 में इतने बेहिसाब छक्के बरसाने वालों में सबसे आगे भारतीय बल्लेबाजों का नाम है. यही नहीं टॉप 5 में सिर्फ 1 विदेशी बल्लेबाज है जबकि 4 भारतीय. 32 छक्कों के साथ इस सीजन नया इतिहास लिखने में लोकेश राहुल सबसे आगे हैं. राहुल के बाद रिषभ पंत के 31 छक्के हैं. एबी डिविलियर्स 30 छक्कों के साथ तीसरे नंबर पर हैं जबकि इस सीजन अलग मिजाज में दिखाई दे रहे चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान एमएस धोनी के नाम 29 छक्के हैं. वहीं 5वें पोजिशन पर बैठे अंबाती रायडू के भी 29 छक्के दर्ज हैं.