लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में टोक्यो ओलम्पिक में शानदार प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाने वाली खेल प्रतिभाओं को सम्मानित किया। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री जी ने टोक्यो ओलम्पिक खेलों में भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा को 02 करोड़ रुपये, कुश्ती में रजत पदक विजेता रवि दहिया को डेढ़ करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया, बैडमिण्टन में कांस्य पदक विजेता सुश्री पी0वी0 सिन्धु, मुक्केबाजी में कांस्य पदक विजेता सुश्री लवलीना बोरगोहेन को 01 करोड़ रुपये का चेक, अंग वस्त्र, प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी द्वारा टोक्यो ओलम्पिक में पुरुष हॉकी में कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम के सभी सदस्यों को 01-01 करोड़ रुपये का चेक, चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाली महिला हॉकी टीम के प्रत्येक सदस्य को 50-50 लाख रुपये का चेक, कुश्ती में चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाले दीपक पुनिया को 50 लाख रुपये का चेक, अंग वस्त्र, प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी ने टोक्यो ओलम्पिक में प्रतिभाग करने वाले उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों ललित कुमार उपाध्याय, सुश्री वंदना कटारिया (हॉकी), सुश्री सीमा पुनिया (डिस्कस थ्रो), सुश्री प्रियंका गोस्वामी (पैदल चाल), सुश्री अनु रानी व शिवपाल सिंह (भाला फेंक), मेराज अहमद खां (शूटिंग), सतीश कुमार (मुक्केबाजी), अरविन्द सिंह (रोइंग) को 25-25 लाख रुपये की धनराशि प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाकर देश व प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों का अभिनन्दन किया जाना सराहनीय है। टोक्यो ओलम्पिक में देश व प्रदेश का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों के सम्मान में समारोह के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद देते हुए कहा कि नवाबों का शहर लखनऊ आज ओलम्पिक के नवाबों का स्वागत कर रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों के साथ ही, प्रशिक्षकों, चिकित्सकों सहित खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ को सम्मानित कर उल्लेखनीय कार्य किया गया है।
सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश कुम्भ की धरती है। प्रयागराज दुनिया की सबसे बड़ी आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन की स्थली है। प्रयागराज कुम्भ की स्मृतियों को आगे बढ़ाते हुए आज खेल महाकुम्भ में टोक्यो ओलम्पिक में भारत के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को सम्मानित किया जा रहा है। आयोजन में खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में भी भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर देश का गौरव बढ़ाया है। खिलाड़ियों का प्रदर्शन सिद्ध करता है कि यह सभी देश के लिए खेलते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का कहना है कि हर क्षेत्र की प्रतिभा का सम्मान किया जाना चाहिए। ओलम्पिक खेलों में सर्वाधिक पदक दिलाने वाले खिलाड़ियों के सम्मान के लिए प्रदेश के सभी 75 जनपदों से 75-75 खिलाड़ी एवं युवक मंगल दल तथा महिला मंगल दल के सदस्य यहां आए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के हर गांव में एक खेल मैदान बनाया जाएगा। इस सम्बन्ध में कार्यवाही भी प्रारम्भ हो गयी है। राज्य की हर ग्राम पंचायत में प्रदेश के संसाधनों व केन्द्रीय वित्त आयोग की धनराशि से ओपेन जिम की स्थापना की कार्यवाही प्रारम्भ हुई है। उन्होंने कहा कि मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का भी निर्माण कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी ने देश के सर्वश्रेष्ठ खेल रत्न का पुरस्कार प्रदेश के सपूत और हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचन्द के नाम पर रखा है। प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि मेरठ में स्थापित की जा रही स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का नाम मेजर ध्यानचन्द के नाम पर रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 02 खेलों को गोद लेकर अगले 10 वर्षों तक उनका वित्त पोषण करने का निर्णय लिया है। इसमें से एक खेल कुश्ती होगी। इन खेलों का आगामी 10 वर्षों तक पूरा वित्त पोषण प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा। इसके अन्तर्गत खिलाड़ियों, उनके प्रशिक्षण और उन्हें हर प्रकार की प्रतिस्पर्धा में भागीदार बनने के लिए पूरी सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लखनऊ में एक कुश्ती एकेडमी की भी शुरुआत करेगी। इस सम्बन्ध में कुश्ती फेडरेशन के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने सहमति दी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने यह निर्णय भी लिया है कि आवासीय क्रीड़ा छात्रावासों में आवासीय खिलाड़ियों के डाइट मनी को 250 रुपये से बढ़ाकर भारतीय खेल प्राधिकरण की भांति अब 375 रुपये प्रतिदिन प्रति खिलाड़ी किया जाएगा। साथ ही, प्रदेश सरकार ने ओलम्पिक गेम्स, एशियन गेम्स, कॉमन वेल्थ गेम्स, विश्व कप या विश्व चैम्पियनशिप में प्रदेश के विजेता खिलाड़ियों को राजपत्रित पदों पर सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति प्रदान करने और पुलिस में डिप्टी एस0पी0 के पद पर भर्ती की सहमति दे दी है। वर्तमान में प्रदेश के 16 जनपदों में क्रीड़ा विभाग के कार्यालय नहीं हैं। प्रदेश सरकार ने राज्य के समस्त 75 जनपदों में स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। खेल विभाग के अन्तर्गत क्रीड़ा अधिकारी के 16 रिक्त पद, उप क्रीड़ा अधिकारी के 100 रिक्त पद, सहायक प्रशिक्षक के 150 रिक्त पद की बढ़ोत्तरी करने का भी राज्य सरकार ने निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक जनपद में खेल प्रतिस्पर्धाओं को आगे बढ़ाने के लिए निर्णय लिए हैं। इसके अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं, विश्व चैम्पियनशिप, एशियन चैम्पियनशिप, राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में दिए जाने वाले अनुदानों में बढ़ोत्तरी की जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं या विश्व चैम्पियनशिप में अनुदान की राशि को 05 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये किया जा रहा है। एशियन चैम्पियनशिप में अनुदान की राशि को 03 लाख से बढ़ाकर 15 लाख रुपये, राष्ट्रीय चैम्पियनशिप सब जूनियर में अनुदान की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 05 लाख रुपये, जूनियर चैम्पियनशिप में अनुदान की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 05 लाख रुपये, सीनियर चैम्पियनशिप में अनुदान की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये की जा रही है। साथ ही, तीनों वर्गों की प्रतियोगिताओं केे एक साथ आयोजन पर अनुदान की राशि को 01 लाख 12 हजार 500 रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये करने का निर्णय लिया गया है। अखिल भारतीय स्मारक प्रतियोगिता में अनुदान की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये तथा राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में अनुदान की राशि को 10 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये करने का निर्णय भी प्रदेश सरकार ने लिया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की ‘खेलो इण्डिया’ नीति के तहत देश में खेलों के प्रति प्रोत्साहन प्रारम्भ हुआ। इसके सार्थक परिणाम ओलम्पिक गेम्स सहित अनेक अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में देखने को मिले हैं। ओलम्पिक के इतिहास में भारत ने अब तक के सर्वाधिक पदक टोक्योे ओलम्पिक में जीते हैं। भारतीय खिलाड़ियों ने 18 खेलों में प्रतिभाग करते हुए, 01 स्वर्ण, 02 रजत, 04 कांस्य पदक कुल 07 पदक प्राप्त किए। ओलम्पिक खेलों के भारतीय दल में 10 खिलाड़ी उत्तर प्रदेश के थे। इसमें वाराणसी के ललित कुमार उपाध्याय कांस्य पदक विजेता, भारतीय हॉकी पुरुष टीम के सदस्य थे। प्रदेश की सुश्री वन्दना कटारिया टोक्यो ओलम्पिक में चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य थीं। उन्होंने आस्ट्रेलिया के विरुद्ध अपनी हैट्रिक से देश व विदेश में प्रदेश का नाम रोशन किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को प्रदेश सरकार द्वारा पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया जाता है। ओलम्पिक गेम्स में पदक विजेता खिलाड़ियों को एकल वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर 06 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक पर 02 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। टीम गेम्स में स्वर्ण पदक पर 03 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक प्राप्त करने पर 01 करोड़ रुपये पुरस्कार स्वरूप दिये जाने की व्यवस्था है। यह पुरस्कार राशि उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों को प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प के अनुरूप टोक्यो ओलम्पिक गेम्स के पदक विजेता एवं चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है। टोक्यो ओलम्पिक गेम्स के पदक विजेता खिलाड़ियों हेतु राज्य सरकार द्वारा तय की गयी सम्मान राशि के तहत, स्वर्ण पदक विजेता को 02 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 1.50 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता को 01 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज यहां टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा को 02 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता रवि कुमार दहिया एवं सुश्री मीराबाई चानू को 1.50 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की गई है। कांस्य पदक विजेता सुश्री लवलीना बारगोहेन, सुश्री पी0वी0 सिन्धु तथा बजरंग पुनिया को 01 करोड़ रुपये की सम्मान राशि उपलब्ध करायी गयी है। सुश्री मीराबाई चानू के प्रशिक्षक प्रदेश के जनपद गाजियाबाद निवासी विजय शर्मा को 10 लाख रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 41 वर्षाें के उपरान्त भारतीय हॉकी पुरुष टीम ने ओलम्पिक गेम्स में पदक जीता। कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी पुरुष टीम के सभी 19 खिलाड़ियों को, प्रति खिलाड़ी 01 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया है। टीम के मुख्य प्रशिक्षक को 25 लाख रुपये तथा टीम के प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ को 10-10 लाख रुपये प्रति सदस्य प्रदान किये गए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा टोक्यो ओलम्पिक में चतुर्थ स्थान पाने वाली भारतीय हॉकी महिला टीम की सभी 19 खिलाड़ियों को, 50-50 लाख रुपये प्रति खिलाड़ी पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया है। साथ ही, टीम के प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ को 10-10 लाख रुपये प्रति सदस्य प्रदान किये गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने टोक्यो ओलम्पिक में एकल वर्ग में चौथे स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों को भी पुरस्कृत करने का निर्णय लिया। इसके अन्तर्गत कुश्ती खिलाड़ी दीपक पुनिया तथा गोल्फ खिलाड़ी सुश्री अदिति अशोक को 50-50 लाख रुपये की सम्मान राशि प्रदान की गयी है। उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलम्पिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के 10 खिलाड़ियों को 25 लाख रुपये प्रति खिलाड़ी की दर से पुरस्कार राशि प्रदान की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार खिलाड़ियों को खेल के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने तथा खेल के उन्नयन हेतु प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने तथा युवा वर्ग की खेल में अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सभी जिला मुख्यालयों पर स्टेडियम निर्मित करा रही है। अब तक 71 स्टेडियम, 02 मिनी स्टेडियम, 68 बहुउद्देश्यीय हॉल, 38 तरण ताल, 11 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, 02 फ्लडलाइट सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, 25 अत्याधुनिक जिम उपकरण, 06 शूटिंग रेंज, 11 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट, 11 कुश्ती हॉल आदि का निर्माण कराया जा चुका है। प्रदेश में 16 खेलों के लिए 19 जनपदों में 44 छात्रावास संचालित किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 03 स्पोर्ट्स कॉलेज-लखनऊ, गोरखपुर एवं इटावा में संचालित किये जा रहे हैं, जहां खिलाड़ियों को भोजन, गहन प्रशिक्षण, शिक्षा, चिकित्सा, आवास, किट आदि निःशुल्क प्रदान किया जाता है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के खिलाड़ियों के कल्याणार्थ चलायी जाने वाली योजना के अन्तर्गत वृद्ध, अशक्त एवं विपदाग्रस्त राज्य स्तर के खिलाड़ियों को 04 हजार रुपये प्रतिमाह, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 06 हजार रुपये प्रतिमाह तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, खेलरत्न पुरस्कार व खेल के क्षेत्र में पद्मश्री तथा पद्मभूषण से सम्मानित खिलाड़ियों को 20 हजार रुपये प्रतिमाह वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
सम्मान समारोह को प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी एवं भारतीय ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष नरेन्द्र धु्रव बत्रा ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के दौरान टोक्यो ओलम्पिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों नीरज चोपड़ा, रवि दहिया, सुश्री पी0वी0 सिन्धु, बजरंग पुनिया, सुश्री लवलीना बोरगोहेन, भारतीय हॉकी पुरुष टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह, भारतीय हॉकी महिला टीम की कप्तान सुश्री रानी रामपाल तथा प्रदेश के हॉकी खिलाड़ी ललित कुमार उपाध्याय ने ओलम्पिक में अपने सफर के सम्बन्ध में अनुभव साझा किए। सभी खिलाड़ियों ने राज्य सरकार द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में प्रदेश के खिलाड़ियों के अलावा देश के अन्य राज्यों के खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए राज्य सरकार एवं मुख्यमंत्री जी की सराहना की। कार्यक्रम के अंत में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
समारोह के दौरान भारतीय हॉकी महिला टीम की कप्तान सुश्री रानी रामपाल तथा गोलकीपर सुश्री सविता पुनिया ने राज्यपाल जी को तथा भारतीय हॉकी पुरुष टीम के कप्तान मनप्रीत सिहं तथा गोलकीपर श्री पी0आर0 श्रीजेश ने मुख्यमंत्री जी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। भारतीय खेल संघ के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र धु्रव बत्रा ने राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान सूचना विभाग द्वारा निर्मित फिल्म ‘सशक्त युवा सशक्त प्रदेश’ फिल्म प्रदर्शित की गयी।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ0 दिनेश शर्मा सहित अन्य मंत्रिगण व जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव खेल श्रीमती कल्पना अवस्थी, निदेशक खेल डॉ आरपी सिंह, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।