तकनीकी क्रांति ने इंसानी जीवन को सहज करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है, लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और वर्चुअल रियलिटी को पीछे छोड़ते हुए भविष्य में ऐसी तकनीकें इंसानी सभ्यता के दरवाजे पर दस्तक दे रही हैं जो आम इंसान के न केवल जीने के अंदाज बल्कि उससे जुड़ी हर चीज को बदलकर रख देंगी। दुनिया के जाने- माने वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों द्वारा चुनी गई इन क्रांतिकारी तकनीकों की वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने सूची जारी की है।
ऑगमेंटेड रियलिटी
ऑगमेंटेड रिएलिटी एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमें स्मार्टफोन, टैबलेट या किसी सॉफ्टवेयर के जरिए रियल लाइफ इमेज के ऊपर वर्चुअल इमेज या एनिमेशन का इस्तेमाल कर पेश किया जा सकता है। इसका सबसे आसान उदाहरण पोकेमोन गो है। इसमें यूजर्स अपनी रियल लाइफ एनवायरमेंट में फोन के जरिये पोकेमोन को देख पाते हैं। भविष्य में चिकित्सा विज्ञान के लिए ये तकनीक क्रांतिकारी साबित हो सकती है। इसमें सर्जन 3डी की मदद से त्वचा के अंदर ऊतक को देख सकेंगे।
पर्सनलाइज्ड मेडिसिन
उन्नत डायग्नोस्टिक तकनीक के तहत मरीज के सुरक्षा तंत्र और बीमारी की गंभीरता को समझते हुए दवाई बनाई जा सकेगी। वर्तमान में इस तकनीक का इस्तेमाल सर्जरी के बिना कैंसर, एंडोमेट्रिओसिस के इलाज में किया जा रहा है। साथ ही ऑटिज्म और दिमागी बीमारियों में भी इसकी मदद ली जा रही है।
नई दवा तैयार करने के लिए शोधार्थी और वैज्ञानिक लंबे समय तक शोध करते हैं। अब यह बीती बात होगी। एआइ आधारित मॉलिक्युलर डिजाइन में मशीन लर्निंग एल्गोरिदम के जरिए दवा के पैटर्न, मात्रा, प्रभाव और परिणामों का विश्लेषण करते हुए असरकारक दवा तैयार की जा सकेगी। साथ ही बार-बार रिसर्च में बर्बाद होने वाले केमिकल को बचाया जा सकेगा। दवा उद्योग में ये तकनीक नई दवाओं की पहचान और खोज में तेजी से मदद करेगी।