लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। अब तक 06 करोड़ 69 लाख 67 हजार 783 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में 02 लाख 50 हजार 39 कोविड सैम्पल की जांच की गई और 41 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 79 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है। यह जानकारी शुक्रवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-09 के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी।
अधिकारियों ने बताया कि आज जनपद अलीगढ़, अमेठी, बदायूं, एटा, फिरोजाबाद, हाथरस, महोबा, पीलीभीत, प्रतापगढ़ और सीतापुर में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है।
उप्र के 53 जिलों में कोरोना संक्रमण का एक भी नया केस नहीं
बताया कि पिछले 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 53 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 22 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 619 है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी समस्या का कारक बन सकती है।
कोविड: सेकेंड डोज के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड से बचाव के लिए टीका-कवर अति उपयोगी है। कोविड के खिलाफ अब की लड़ाई में टीके की महत्ता स्वयं सिद्ध है। उत्तर प्रदेश एक मात्र राज्य है, जिसने अब तक 05 करोड़ 28 लाख 49 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। 04 करोड़ 46 लाख से अधिक लोगों ने वैक्सीन की एक डोज प्राप्त कर ली है। सेकेंड डोज के लिए विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है। जिन लोगों को दूसरी डोज लगाई जानी है, उनसे संवाद कर यथाशीघ्र टीका-कवर दिया जाए।
बाढ़ से प्रभावित परिवारों को हर जरूरी मदद करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहाकि बाढ़ व अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए। प्रभावित जनपदों की स्थिति के आकलन के लिए जलशक्ति मंत्री द्वारा आज ही प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया जाए। नदियों के जलस्तर की सतत मॉनीटरिंग की जाए। इटावा, औरैया सहित सभी प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24×7 एक्टिव मोड में रहें। नौकाएं, राहत सामग्री आदि के प्रबंध कर लिए जाने चाहिए। बाढ़ व अतिवृष्टि से पर प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में देर न हो। प्रभावित परिवारों को हर जरूरी मदद तत्काल उपलब्ध कराई जाए।
अयोध्या के समग्र विकास के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
उन्होंने अयोध्या के समग्र विकास के कार्यों की गति और तेज करने के निर्देश दिए। कहाकि आवास विकास, नगर विकास, धर्मार्थ कार्य, पर्यटन आदि विभागों से संबंधित कार्यों के लिए धनराशि आवंटन में देर न हो। प्राथमिकता के आधार तय चरणबद्ध ढंग से कार्यों की पूरा कराया जाए। अंतर्विभागीय समन्वय बनाया जाए। भूमि संबंधी प्रकरणों का त्वरित समाधान कराया जाए।
मृतक आश्रित सम्बन्धी देय प्रकरणों में अधिकारियों की जवाबदेही तय हो
कहाकि कोरोना के कारण असमय काल-कवलित हुए कार्मिकों के परिजनों के साथ शासन की पूरी सहानुभूति है। उनके मृतक आश्रित सम्बन्धी देय प्रकरणों को प्रत्येक दशा में अधिकतम एक सप्ताह के भीतर निस्तारित कर दिया जाए। मृतक आश्रित को नौकरी दी जानी हो अथवा आर्थिक सहायता अनुमन्य हो, एक सप्ताह में इन पर निर्णय ले लिया जाए। अन्यथा की दशा में संबंधित विभाग के शासन स्तर के शीर्ष अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी।
तहसीलों की कार्यशैली की समीक्षा कर मुख्यमंत्री कार्यालय रिपोर्ट भेजने के निर्देश
उन्होंने कहाकि अपर मुख्य सचिव गृह एवं पुलिस महानिदेशक स्तर पर सभी सर्किल और थानों के तथा राजस्व विभाग द्वारा सभी तहसीलों की कार्यशैली की समीक्षा की जाए। जनता से हितों को प्रभावित करने वाले मामलों, लोगों की शिकायतों के निस्तारण आदि बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा करते हुए एक सप्ताह के भीतर मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए।