देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को ड्रोन के जरिये केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए। केदारपुरी को प्रधानमंत्री के विजन के साथ संवारकर उनके संकल्प को जल्द पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में तैयार मास्टर प्लान के अनुरूप केदारनाथ को भव्यता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री के सपनों की केदारपुरी को धरातल पर उतारने के लिए कृतसंकल्प हैं। लगातार प्रोजेक्ट की मानिटरिंग की जा रही है। मुख्यमंत्री खराब मौसम के कारण केदारनाथ न जाने पर ड्रोन के माध्यम से केदारनाथ पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट का निरीक्षण करते हुए समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने प्रथम चरण में अवशेष आदिगुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल एवं मंदाकिनी नदी पर बन रहे ब्रिज के निर्माण कार्य को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आने वाले दो-तीन माह में केदारनाथ में कार्य करने के लिए अच्छा समय है। इस दौरान तेजी से कार्य किए जाएंगे।
धामी ने कहा कि केदारनाथ में द्वितीय चरण स्वीकृत कार्यों में तेजी लाई जाए। सरस्वती नदी पर घाट एवं आस्था पथ का निर्माण जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि पुनर्निर्माण कार्यों के तहत प्रथम चरण के कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं। शंकराचार्य सामधि एवं ब्रिज का कार्य भी जल्द पूर्ण होगा।द्वितीय चरण के कार्यों के लिए 116 करोड़ रुपये स्वीकृत हो चुके हैं। आठ कार्यों पर कार्य शुरू हो चुका है। द्वितीय चरण में संगम घाट का नव निर्माण, आस्था पथ में रेन शेल्टर, वाटर एटीएम, कमांड ऐंड कंट्रोल रूम, हॉस्पिटल बिल्डिंग एवं अन्य कार्य किये जा रहे हैं। इस मौके पर मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, अपर सचिव पर्यटन युगल किशोर पंत एवं वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग मनुज गोयल उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री केदारनाथ आपदा के समय से केदारपुरी के पुनर्निर्माण के लिए चिंतित हैं। वो कई बार केदारनाथ यात्रा के अलावा ड्रोन के माध्यम से विकास कार्यों की समीक्षा कर चुके हैं। 2013 में केदारनाथ आपदा के समय मुख्यमंत्री गुजरात रहते हुए उत्तराखंड सरकार प्रस्ताव दिया था कि केदारनाथ के पुनर्निर्माण में सहयोग करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री बाबा केदार से आध्यात्मिक रूप से जुड़े हैं। ध्यान गुफा में बैठकर प्रधानमंत्री बाबा केदार के प्रति अपनी आस्था सार्वजनिक रूप से प्रकट कर चुके हैं।