नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड) (एमएसआईएल) ने बुधवार को पहली तिमाही अप्रैल-जून के नतीजों का ऐलान कर दिया। इस दौरान कंपनी ने 440.8 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी को 249 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
हालांकि, कंपनी का मुनाफा पहली तिमाही में विश्लेषकों के अनुमान के मुकाबले कम रहा है, जो कि कंपनी का मुनाफा 828 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। मार्जिन के लिहाज से मारुति का प्रदर्शन पहली तिमाही में खराब रहा है। इसकी वजह कच्चे माल की कीमतों में उछाल है। वहीं, कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन घटकर 4.8 फीसदी पर आ गया, जो मार्च तिमाही में यह 8.6 फीसदी था।
इसके साथ ही पहली तिमाही में मारुति की आय साल दर साल आधार पर 333 फीसदी बढ़कर 17,770 करोड़ रुपये रही। आय में शानदार उछाल की वजह एक साल पहले की समान अवधि का लो बेस है। इसका मतलब ये है कि एक साल पूर्व की पहली तिमाही में कंपनी की आय बहुत कम थी। उस वक्त कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था।
मारुति ने जारी एक बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में कंपनी के प्रोडक्शन और सेल्स पर कोरोना के चलते हुई दिक्कतों का असर पड़ा। वहीं, तिमाही दर तिमाही आधार पर पहली तिमाही में कंपनी की आय 27 फीसदी घटी है, जबकि मुनाफे में 62 फीसदी कमी आई है। इससे पता चलता है कि कोरोना की दूसरी लहर का कंपनी के कामकाज पर व्यापक असर पड़ा।
इसके अलावा कंपनी ने कहा है कि उसे कमोडिटी की कीमतों में तेजी से दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि दूसरी ऑटो कंपनियों पर भी कमोडिटी की कीमतों में उछाल का असर पड़ा है। इसकी वजह यह है कि ऑटो कंपनियां कमजोर मांग को देखते हुए लागत में वृद्धि का पूरा बोझ ग्राहकों पर डालने से परहेज कर रही हैं। वहीं, एनएसई पर आज मारुति सुजुकी का शेयर 1.3 फीसदी गिरकर 7,150 रुपये पर बंद हुआ।