नई दिल्ली : भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद भारत बायोटेक ने ब्राजील के पार्टनरों के साथ कोवैक्सीन के लिए डील खत्म कर दी है. भारत बायोटेक के इस कदम के बाद ब्राजील ने अपने देश में कोवैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगा दी है. न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, ब्राजील ने भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल निलंबित कर दिया है. ब्राजील के स्वास्थ्य नियामक ने बताया कि वहां उसके साझेदार के साथ कंपनी का समझौता समाप्त किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है. भारत बायोटेक ने शुक्रवार को कहा था कि उसने ब्राजील में कोवैक्सीन के लिए किए गए एमओयू को रद्द कर दिया है. ब्राजील सरकार के साथ वैक्सीन की 20 मिलियन डोज की आपूर्ति के लिए हुआ समझौता विवाद में आ गया और यह जांच का विषय बन गया. इसी वजह से एमओयू समाप्त कर दिया गया. ब्राजील में प्रेसिया मेडिकेमेंटॉस, भारत बायोटेक की पार्टनर है, जो रेगुलेटरी सबमिशन, लाइसेंस, वितरण, बीमा और तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के संचालन के साथ सहायता, मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करती है.
कंपनी ने कहा, कंपनी ने एमओयू को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है. इसके बावजूद, भारत बायोटेक ब्राजील की दवा नियामक संस्था ANVISA के साथ कोवैक्सिन के लिए नियामक अनुमोदन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए लगन से काम करना जारी रखेगा. भारत बायोटेक प्रत्येक देश में लागू कानूनी आवश्यकताओं के अनुसार अलग-अलग देशों में एप्रूवल प्राप्त कर रहा है. भारत बायोटेक ने ब्राजील के क्षेत्र में कोवैक्सीन को पेश करने के उद्देश्य से 20 नवंबर को प्रीसीसा मेडिकामेंटोस और एनविक्सिया फार्मास्युटिकल्स एलएलसी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे.