गणेश चतुर्थी पर कानपुर में बड़ा धमाका करने की जुगत में लगे हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी कमर उज जमां उर्फ डॉ. हुरैरा को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त करने वाली यूपी एटीएस अब इस मामले की परत खोलने में लगी है। इसके क्रम में उसे कल देर रात बड़ी सफलता मिली है। एटीएस के हिज्बुल के आतंकी को असम गिरफ्तार किया है। इसी ने कमर उज जमां को कानपुर में स्मार्ट फोन के साथ सिम कार्ड भी उपलब्ध कराया था।
आईजी असीम अरुण ने बताया कि आतंकी कमर उज जमां का सिम कार्ड शाहनवाज ने अपनी ही आईडी पर लिया था। उस पर आतंकवादी को सहयोग देने और उसे संसाधन पहुंचाने का आरोप है। यूपी एटीएस ने कल देर रात हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी कमर उज जमां उर्फ डॉ. हुरैरा को स्मार्ट फोन और सिम कार्ड अपने दस्तावेजों से खरीद कर उपलब्ध कराने वाले युवक शाहनवाज को असम से गिरफ्तार किया गया है।
गणेश चतुर्थी पर बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने जा रहे हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी कमर-उज-जमां उर्फ डॉक्टर हुरैरा को सात दिनों के लिए एटीएस ने अपनी रिमांड पर लिया है। शाहनवाज लम्बे समय से हुरैरा के साथ था और उसके असम से जाने के बाद मदद करता रहता था। हुरैरा से पूछताछ में यह बात सामने आने के बाद उसे एटीएस ने वांछित कर दिया था और इस बारे में असम पुलिस को बता दिया था। एटीएस की एक टीम गुवाहाटी पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
आईजी के मुताबिक शाहनवाज मूल रूप से असम के होजाई जिले का रहने वाला है। गिरफ्तार आतंकवादी से गहन पूछताछ की जा रही है और इसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों की मदद भी ली जा रही है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि यह आतंकवादी कश्मीर से कब कानपुर आकर छुपा था। उसके और कौन-कौन से साथी हैं।
इसके अलावा उसके निशाने पर और कौन-कौन स्थान अथवा लोग थे। हुरैरा 2008 से 2012 तक फिलीपींस के पास पलाउ गणराज्य में भी रह चुका है। एक बेटे के पिता हुरैरा का विवाह 2013 में असम में ही हुआ था। एटीएस और कानपुर नगर पुलिस ने चकेरी थानाक्षेत्र में असम निवासी हुरैरा नामक हिज्बुल आतंकवादी को गिरफ्तार किया था।