बागपत। रंछाड गांव में अक्षय आत्महत्या मामले में पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कार्रवाई की है। बिनोली थाने के इंस्पेक्टर सहित 11 पुलिस कर्मियों को दोषी पाए जाने पर लाइन हाजिर कर दिया है। ग्रामीणों की मांग पर पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।
बागपत जिले में अक्षय के आत्महत्या करने के बाद रंछाड गांव में हंगामा होते देख पुलिस को ग्रामीणों और अक्षय के परिजनों की मांगें मांगनी पड़ी। एएसपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि इस मामले में लापरवाही सामने आने पर इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, एसएसआई उधम सिंह तालान, बरनावा पुलिस चौकी प्रभारी हरीश चंद त्यागी समेत 11 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। मृतक अक्षत के पिता श्रीनिवास की तहरीर पर थाने में इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, एसएसआई उधम सिंह तालान, सिपाही अश्वनी व हेड कॉन्स्टेबल सलीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
आरोप लगाया है कि, पुलिस ने श्रीनिवास की पत्नी कुसुम से मारपीट करते हुए घर में तोड़-फोड़ कर दी, जिससे प्रताड़ित होकर उसके बेटे अक्षय ने आत्महत्या कर ली। उधर, अक्षय और ग्रामीणों की दोनों मांग पूरी होने के बाद ही पुलिस को सुबह पौने सात बजे शव को उठाने दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। एएसपी, सीओ और एसडीएम रात भर गांव में ही डेरा डाले रहें। बता दें कि, मृतक अक्षत के पिता आरएसएस के खंड संचालक है। घटना के बाद आरएसएस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं सहित अन्य लोग भी गांव में पहुंचे और घटना की जानकारी ली।