एशियाई दिग्गजों का सबसे बड़ा मुकाबला शनिवार से शुरू हो रहा है. एशिया की छह बड़ी टीमें 15 सितंबर से 28 सितंबर तक आपस में भिड़ने वाली है. विराट कोहली के न होने से रोमांच में थोड़ी कमी तो जरूर आई होगी लेकिन हर किसी को इंताजर 19 सितंबर का है जब एक साल के लंबे समय के बाद भारत और पाकिस्तान की टीम आमने सामने होगी.
भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच दो मुकाबले तो तय है लेकिन अगर दोनों टीमें फाइनल में पहुंचती है तो दर्शकों को रोमांच की हैट-ट्रिक देखने को मिल सकती है.
शनिवार को शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट का पहला मुकाबला बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेला जाएगा. दिनेश चांदीमल और दानुष्का गुनातिल्का के साथ अकिला धनंजय के न होने से बांग्लादेश का पलड़ा श्रीलंका पर भारी दिख रहा है.
भारत के पास यह देखने का मौका होगा कि टीम कोहली की अनुपस्थिति में दबाव भरे हालात में कैसे खेलेगी. टीम अपना अभियान 18 सितंबर को हांगकांग के खिलाफ शुरू करेगी जिसके बाद उसे अगले दिन पाकिस्तान से भिड़ना है.
कोहली को इंग्लैंड दौरे के बाद आराम दिया गया है जिसमें भारत को वनडे(1-2) में टेस्ट (1-4) से हार का मुंह देखना पड़ा था.
रोहित शर्मा सफेद गेंद के शानदार खिलाड़ी रहे हैं, पर अच्छी टीमों के खिलाफ उनके नेतृत्व कौशल की परीक्षा नहीं हुई है. पिछले साल दिसंबर में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने कप्तानी संभाली थी लेकिन वो टीम इतनी मजबूत नहीं थी. बल्कि मौजूदा समय में खिलाड़ियों को देखते हुए बांग्लादेश इस समय 50 ओवर की बेहतर टीम है.
लेकिन इसमें मुख्य केंद्र इस बात पर होगा कि भारतीय टीम बेहतरीन पाकिस्तान से कैसे खेलती है जिसमें मोहम्मद आमिर के रूप में विश्व स्तरीय तेज गेंदबाज, मजबूत ऑलराउंडर हसन अली, सलामी बल्लेबाज फखर जमां और प्रतिभाशाली बल्लेबाज बाबर आजम और हैरिस सोहेल मौजूद हैं.
भारत का लक्ष्य अपने मध्यक्रम संयोजन का समाधान निकालने के अलावा महेंद्र सिंह धोनी के लिये बल्लेबाजी क्रम में सही स्थान ढूंढने का होगा.
बांग्लादेश की टीम बेहद मजबूत
एशिया कप में बांग्लादेश ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. पिछले टर्नामेंट में घरेलू मैदान पर वे फाइनल में पहुंचने में सफल रहे थे, हालांकि यह टी20 फॉर्मेट में खेला गया था. साल 2012 में वे 50 ओवर के फॉर्मेट के फाइनल में खेले थे.
मशरफे मुर्तजा की अगुवाई वाली टीम के पास दुबई और अबुधाबी में धीमी पिच के लिए अच्छा गेंदबाजी लाइन-अप है. वहीं बल्लेबाजी में तमीम इकबाल और महमूदुल्लाह रियाद शामिल हैं. मुश्फिकर रहीम और शकिबुल हसन भी अच्छा प्रदर्शन दिखाने के काबिल हैं जिससे टीम को टूर्नामेंट में छुपारूस्तम कहा जा सकता है.
चोट से परेशान श्रीलंका
श्रीलंका ऐसी टीम है जिसके खिलाफ भारत ने पिछले 24 महीनों में सबसे ज्यादा मुकाबले खेले हैं. टीम में बदलाव का दौर काफी लंबा चल रहा है, इसके अलावा अंदरूनी मुद्दे जैसे बोर्ड का प्रशासन और वेतन विवाद से भी उन्हें कुछ समय से जूझना पड़ रहा है.
हालांकि उनके पास एंजेलो मैथ्यूज, उपुल थरंगा, तिसारा परेरा और लसिथ मलिंगा के रूप में काफी अनुभव शामिल है जबकि युवाओं में अकिला धनंजय, दासुन शनाका और कासुन रंजीता मौजूद हैं. श्रीलंका की समस्या उनका लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना है और वे उम्मीद करेंगे कि इसमें बदलाव कर सकें. चोटिल खिलाड़ियों ने भी टीम की परेशानी बढ़ाई है जिसमें दिनेश चांदिमल और दानुष्का गुनातिल्का शामिल हैं.
खुद को साबित करना चाहेगा अफगानिस्तान
अफगानिस्तान के लिए एशिया कप यह दिखाने का मौका होगा कि उनके पास टी20 सुपरस्टार राशिद खान के अलावा भी बेहतरीन खिलाड़ी मौजूद हैं. उनके पास मोहम्मद शहजाद भी है जिससे टीम एक दो उलटफेर करने की कोशिश करेगी. अफगानिस्तान की टीम की पहली कोशिश ग्रुप स्टेज को पार करने की होगी.
सीखने उतरेगा हांगकांग
इनके अलावा हांगकांग की टीम भी इसमें खेल रही है जिसमें भारतीय मूल के अंशुमन रथ कप्तान होंगे. टीम की कोशिश प्रतिस्पर्धी बने रहने की होगी क्योंकि उनके मैचों को अब वनडे का दर्जा मिल गया है. भारत और पाकिस्तान जैसी टीम के ग्रुप में होने से उन्हें काफी कुछ सीखने को मिल सकता है.
भारत :-
रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, लोकेश राहुल, अम्बाती रायुडू, मनीष पांडे, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी (उप कप्तान), हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमरा, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, शार्दुल ठाकुर, दिनेश कार्तिक, खलील अहमद.
पाकिस्तान :-
सरफराज अहमद (कप्तान और विकेटकीपर), फखर जमां, शान मसूद, बाबर आजम, हैरिस सोहेल, इमाम उल हक, आसिफ अली, शदाब खान, मोहम्मद नवाज, फहीम अशरफ, हसन अली, मोहम्मद आमिर, शोएब मलिक, जुनैद खान, उस्मान खान, शाहीन अफरीदी.
बांग्लादेश :-
मशरफी मुर्तजा (कप्तान), तमिम इकबाल, लिटन कुमार दास, मुश्फिकर रहीम (विकेटकीपर), महमूदुल्लाह रियाद, मोमिनुल हक, अरिफुल हक, मोहम्मद मिथुन, मुस्तफिजुर रहमान, रूबेल हुसैन, मेहदी हसन मिराज, मोसादेक हुसैन, नजमुल इस्लाम, नजमुल हुसैन शांतो, अबु हिदर रोनी.
श्रीलंका :-
एंजेलो मैथ्यूज (कप्तान), कुसाल परेरा, कुसाल मेंडिस, उपुल थरंगा, तिसारा परेरा, निरोशन डिकवेला, धनंजय डि सिल्वा, दासुन शनाका, कासुन रजीता, अकिला धनंजय, अमिला अपोंसो, लसिथ मलिंगा, दुष्मंत चामीरा, दिलरूवान परेरा, शेहान जयसूर्या.
अफगानिस्तान :-
असगर अफगान (कप्तान), मोहम्मद शहजाद, इहसानुल्लाह जनत, हसमतुल्लाह शाहिदी, नजीबुल्लाह जदरान, मुनीर अहमद, जावेद अहमदी, मोहम्मद नबी, रहमत शाह, गुलबदन नायब, समिउल्लाह शेनवारी, शराफुद्दीन अशरफ, राशिद खान, मुजीब जदरान, आफताब आलम, यास्मीन अहमदजई, सैयद शिरजाद.
हांगकांग :-
अंशुमन रथ (कप्तान), एजाज खान, बाबर हयात, कैमरन मैकाल्सन, क्रिस्टोफर कार्टर, अहसन खान, अहसन नवाज, अरशद मोहम्मद, किनचिट शाह, नदीम अहमद, राग कपूर, स्कॉट मैकेहनी, तनवीर अहमद, तनवीर अफजल, वकास खान और आफताब हुसैन.