तोक्यो : पदक के प्रबल दावेदार माने जा रहे भारतीय निशानेबाजों ने तोक्यो ओलंपिक में लगातार दूसरे दिन निराशाजनक प्रदर्शन किया तथा जहां मनु भाकर को महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में तकनीकी गड़बड़ी के कारण बाहर का रास्ता देखना पड़ा वहीं राइफल निशानेबाज कहीं मुकाबले में भी नहीं दिखे। दुनिया की दूसरे नंबर की निशानेबाज 19 वर्ष की मनु ने शुरूआत अच्छी की और लग रहा था कि वह शीर्ष आठ में जगह बना लेंगी लेकिन उनकी पिस्टल में तकनीकी खराबी आने का उनके प्रदर्शन पर असर पड़ा और आखिर में वह 12वें स्थान पर रही।पहली सीरिज में 98 स्कोर करने के बाद उन्होंने 95, 94 और 95 स्कोर किया जिससे शीर्ष दस से बाहर हो गई। मनु का स्कोर 575 रहा जबकि कट आफ 577 पर गया।
ओलंपिक में पहली बार भाग ले रही एक अन्य निशानेबाज यशस्विनी सिंह देसवाल ने खराब शुरुआत से उबरकर 574 का स्कोर बनाया और वह 13वें स्थान पर रहीं। पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में दीपक कुमार और दिव्यांश सिंह पंवार क्रमश: 26वें और 32वें स्थान पर रहकर क्वालीफिकेशन से ही बाहर हो गये। दीपक ने आखिर में छह सीरिज में 624.7 अंक और दिव्यांश ने 622.8 अंक बनाये जो फाइनल में पहुंचने के लिये पर्याप्त नहीं था। निशानेबाजों के पहले दो दिन के प्रदर्शन से निश्चित तौर पर कई सवाल खड़े हो गये। भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने निशानेबाजों की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी थी लेकिन अभी तक भारतीयों का प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा है। पिस्टल निशानेबाज सौरभ चौधरी और मनु ने जज्बा दिखाया लेकिन एनआरएआई अपने राइफल निशानेबाजों दीपक, दिव्यांश, अपूर्वी चंदेला और इलावेनिल वालारिवान के स्कोर से चिंतित है।