सोशल मीडिया पर आम लोग ही नहीं, बल्कि पायलट भी देर रात तक वक्त गुजारते हैं। इसी के चलते उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती है। ऐसा मानना है वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ का। इसी के साथ उन्होंने ऐसी प्रणाली विकसित करने की जरूरत बताई है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि उड़ान भरने से पहले उन्होंने पर्याप्त नींद ली है या नहीं।
इंडियन सोसाइटी ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन के 57वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सभी पायलट देर रात तक कई घंटे सोशल मीडिया पर बिताते दिखते हैं। कई बार उड़ान से पहले ब्रीफिंग सुबह छह बजे होती है और तब तक पायलट ठीक से नींद नहीं ले पाते हैं। धनोआ ने इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन से एक प्रणाली विकसित करने को कहा, जिससे यह पता लगाया जा सके कि उड़ान से पहले पायलट ने पर्याप्त नींद ली है कि नहीं।
वर्ष 2013 में पायलट के पर्याप्त नींद नहीं ले सकने की वजह से हुई एक भीषण विमान दुर्घटना का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यह ठीक है कि आज सोशल मीडिया एक अपरिहार्य मंच बन गया है। लेकिन इसके चलते हमारे पारस्परिक संबंध बिल्कुल खत्म हो गए हैं।