बाराबंकी 22 जुलाई 2021। परिवार नियोजन के कार्यक्रमों को गति प्रदान करने के लिए प्रत्येक माह 21 जुलाई को ‘’खुशहाल परिवार दिवस’’ के रूप में मनाया जाता है। इस क्रम में जिला अस्पताल समेंत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर खुशहाल परिवार दिवस कार्यक्रम के रूप में मनाया गया । इसके अंतर्गत आने वाले सभी लक्ष्य दंपत्तियों को परिवार नियोजन के समस्त स्थाई एवं अस्थाई साधनों के बारे में परामर्श देकर उनको उनकी सुविधा एवं इच्छानुसार परिवार नियोजन के साधन उपलब्ध कराए गए । इस कार्यक्रम के दौरान कुल करीब 7128 लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन देते हुए जागरूक किया गया।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. संजय कुमार का कहना है खुशहाल परिवार दिवस को लेकर पहले से ही सीएचसी में आने वाले हर लक्ष्य दंपत्तियों व अन्य को परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों के बारे जानकारी दी जाती हैं। ताकि समय से उक्त दिवस पर जुड़कर विभिन्ने सेवाओं के बारे लाभ उठा सके। उन्होंने कहा कि एएनएम, आशा कार्यकर्ता सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की कोशिश रहती है कि जितने भी मरीज सीएचसी में आते हैं, वह उन्हें इस बात के लिए राजी करें कि वह परिवार नियोजन का कोई न कोई साधन जरूर अपनाएं। उन्होंने बताया कि वह हर व्यक्ति को दो बच्चों के सीमित परिवार के बारे में लगातार जागरूक कर रही हैं।
परिवार नियोजन विशेषज्ञ जुबेर अंसारी ने बताया समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता बढ़ाने पर सरकार का पूरा जोर दिया जा रहा है। जनपद में यह कार्यक्रम जिला अस्पताल सहित 15 सामुदायिक केंद्र और एक प्राथमिक केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम अंतर्गत उक्त दिवस मौके पर अस्थाई साधन में पीपीआइयूसी 38, आईयूसीडी 95, 2 कैंप हुआ, ईसीपी 55, छाया 155, अंतरा 75, माला एन 570, पुरूष निरोधक साधन वितरित 6049, स्थाई साधन में महिला नसबंदी 17 व संस्थागत प्रसव 70 सहित कुल 7128 लोगों को कैंम्प लागकर लाभ दिया गया। साथ ही कार्यक्रम के दौरान विशेष रूप से हाई रिस्क प्रेगनेंसी एचआरपी वाली महिलाएं को विभिन्न बातों पर जागरूक कर लाभ दिया गया।
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने का उद्देश्य –
परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए शासन के निर्देश पर अब हर माह की 21 तारीख को खुशहाल दिवस मनाया जाता है, लेकिन इस माह 21 जुलाई को बकरीद के उपलक्ष्य में अवकाश के कारण इसे 22 जुलाई को रखा गया था । इस कार्यक्रम के तहत लक्ष्य दंपति को परिवार नियोजन के साधन उपलब्ध कराने के साथ उनकी जरूरत पर उनकी काउसंलिंग की जाती है। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में भी परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस कार्यक्रम में एक जनवरी 2020 के बाद प्रसव वाली उच्च जोखिम गर्भावस्था में चिन्हित महिलाएं, नव विवाहित दम्पति (जिनका विवाह इस साल जनवरी के बाद हुआ है) और वह दम्पति, जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं, उन्हें परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करते हुए विस्तार से जानकारी दी जाती है।