मुबंई । टीवी की दिग्गज अदाकारा सुरेखा सिकरी का 75 साल की उम्र में निधन हो गया है। यह जानकारी उनके मैनेजर ने दी है कि उनका निधन हार्ट अटैक से हुआ है। ये अभिनेत्री लंबे समय से बीमार चल रही थीं। 2020 में उन्हें ब्रेन स्ट्रोक भी हुआ है।
सुरेखा सिकरी को तीन बार नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है। सुरेखा सिकरी ने बधाई हो और बालिका वधु जैसी कई हिट और पॉपुलर फिल्मों, सीरियल में यादगार रोल निभाए हैं।
3 बार मिला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
सुरेखा सीकरी थियेटर, टीवी और फिल्मों का हिस्सा रही हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1978 में पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ से की। उन्हें 3 बार बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था। ये फिल्में तमस (1988), मम्मो (1995) और बधाई हो (2018) थीं।
जिंदगी से जुड़ी खास बातें
सुरेखा सीकरी मूलत: उत्तर प्रदेश से थीं। उनका बचपन अल्मोड़ा और नैनीताल में बीता। उनके पिता एयरफोर्स मे थे और मां एक टीचर थीं। 1971 में सुरेखा ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पढ़ाई की। उन्हें 1989 में संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड से नवाजा गया। सुरेखा ने हेमंत रेगे से शादी की थी। 2009 में उनके पति का निधन हो गया। उनके एक बेटा राहुल सीकरी है।
टीवी शोज और फिल्में
सुरेखा ने सीरियल ‘बालिका वधू’ में दादी सा का किरदार निभाया था। इसके अलावा उन्होंने सीरियल ‘एक था राजा एक थी रानी’, ‘सात फेरे’, ‘बनेगी अपनी बात’ और ‘सीआईडी’ में काम किया। सुरेखा की मुख्य फिल्मों में ‘किस्सा कुर्सी का’, ‘तमस’, ‘सलीम लंगड़े पे मत रो’, ‘मम्मो’, ‘सरदारी बेगम’, ‘सरफरोश’, ‘जुबैदा’, ‘बधाई हो’ और ‘घोस्ट स्टोरीज’ हैं।