इटावा : सपा का गढ़ कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश के इटावा में एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर मुलायम परिवार का कब्जा लगभग तय हो गया। समाजवादी पार्टी के अधिकारिक उम्मीदवार अभिषेक यादव ने ही केवल जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर एक मात्र नामांकन किया है उससे उनका निर्विरोध निर्वाचन तय है। इटावा के अपर जिलाधिकारी और उप जिला निर्वाचन अधिकारी जयप्रकाश ने आज यहां बताया कि एक बजे के आसपास अभिषेक यादव अपना नामांकन करने के लिए पहुंचे। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी श्रुति सिंह के समक्ष चार सेटों में अपना नामांकन किया। 29 जून को अधिकारिक तौर पर जांच के बाद दोपहर 03 बजे के बाद विजयी प्रमाण पत्र प्रदान किया जाना है। अभिषेक यादव के निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद उनके सरकारी आवास पर जश्न का माहौल बन गया है और ढोल नगाड़े बजने शुरू हो गये।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता निर्विरोध निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष होने वाले अभिषेक यादव को बधाई देने में जुट गये हैं। समाजवादी पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव एक बार फिर से निर्विरोध इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित होने जा रहे हैं। उनकी होेने वाली पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता केवल झूठ पर झूठ बोलते हैं जिसका परिणाम इटावा में दिखाई दिया है। केवल एक सीट ही भाजपा उम्मीदवारों को मिल सकी है। उन्होंने कहा कि सबसे हैरत की बात तो यह है कि भाजपा के दावे के बावजूद भी कोई भी उम्मीदवार ने नामांकन पत्र खरीदने की हैसियत में भी नहीं दिखाई दिया जबकि पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इस बात का दावा किया था कि इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर उनकी पार्टी का प्रतिनिधि काबिज होगा। 1989 से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर मुलायम परिवार या फिर समाजवादी पार्टी का कब्जा बरकरार बना हुआ है।
अभिषेक यादव को बधाई देने के लिए सैफई के ग्राम प्रधान रामफल बाल्मीकी भी पहुंचे। उनका कहना है कि यह क्रांतिकारी जमीन है। अभिषेक यादव की जीत के रूप में भाजपा सरकार के अंत की शुरुआत हो गई है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रदेश महासचिव रघुराज सिंह शाक्य दावा किया कि समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के संयुक्त उम्मीदवार अभिषेक यादव को दोनों दलों के गठबंधन का फायदा मिला है। इटावा में समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया ने मिलकर के जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव लड़ा है जिसमें 20 सदस्य जीत करके आये हैं। जबकि बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी का एक—एक सदस्य निर्वाचित हुआ है। इसके इतर दो निर्दलीय सदस्यों की भी जीत हुई हैं।