मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी
कानपुर। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ अपराधियों के खिलाफ लगातार कमर तोड़ने की मुहिम छेड़े हुए हैं लेकिन उनकी पार्टी के ही पदाधिकारी पुलिस पर हमला कर उनके अभियान को बौना साबित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा ही घटनाक्रम कानपुर जनपद में बुधवार को उस वक्त देखने को मिला जब एक हिस्ट्रीशीटर को पुलिस ने दबोच लिया और उसे थाने ले जा रही थी। इस दौरान भाजपा नेता के अगुवाई के दर्जनों लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया और आरोपी हिस्ट्रीशीटर को छुड़ा ले गए। इस मामले में आलाधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है।
दरअसल, कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र के उस्मानपुर में आज बीजेपी नेता नारायण सिंह भदौरिया की जन्मदिन पार्टी में हिस्ट्रीशीटर और हत्या के प्रयास में वांछित मनोज सिंह शामिल होने की सूचना पुलिस को मिली। इस जानकारी पर नौबस्ता इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह की अगुवाई में पुलिस टीम हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने पहुंची। पुलिस ने भाजपा नेता की जन्मदिन पार्टी से हिस्ट्रीशीटर मनोज को पकड़ लिया और जब जीप में बैठाकर ले जाने लगी, तभी बीजेपी नेता और उसके समर्थकों ने घेराव कर लिया। पुलिस को धक्का-मुक्की और अपशब्दों की बौछार करते हुए भाजपा नेता व उनके समर्थकों ने हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्त से छुड़ाकर भगा दिया। इस दौरान पुलिस मूकदर्शन बनी भाजपाईयों की इतना बड़ा दुस्साहस देखती रह गई। हालांकि इंस्पेक्टर ने दौड़कर पीछा किया, लेकिन भीड़ में हिस्ट्रीशीटर भाग निकला।
इस मामले में एडीसीपी दक्षिण बसंतलाल ने बताया कि बीजेपी दक्षिण जिला मंत्री नारायण सिंह भदौरिया का जन्मदिन मनाया जा रहा था। जिसमें गंभीर धाराओं में वांछित अपराधी मनोज सिंह भी पहुंचा था। जिसकी सूचना पुलिस को लग गई। पुलिस की टीम बीजेपी नेता के कार्यक्रम में पहुंची और वहां से हत्या के प्रयास में वांछित चल रहे हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार का अपने साथ ले जाने लगी। इस दौरान नारायण अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और पुलिस की जीप को चारों ओर से घेर लिया। पुलिस ने जब हिस्ट्रीशीटर को छोड़ने से मना किया तो बीजेपी नेता और उसके समर्थक भड़क गए और पुलिस से झड़प पर उतारू हो गए। इसी बीच कुछ समर्थकों ने जीप में बैठे हिस्ट्रीशीटर को जीप से उतार कर भगा दिया। हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, बलात्कार जैसी गंभीर धाराओं में 27 मुकदमे दर्ज हैं। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट (साउथ जोन) ने बताया कि मामले में प्रकरण में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और हिस्ट्रीशीटर की तलाश में टीमें लगा दी गई है।