Google अपने कर्मचारियों के लिए Hybrid word week लाई है। Google और Alphabet के Ceo सुंदर पिचई के मुताबिक इस वीक में Googler 3 दिन दफ्तर और दो दिन जहां उन्हें अच्छा लगे, वहां काम करेंगे। पिचई के मुताबिक 20 फीसद स्टाफ दफ्तर खुलने के बाद भी अपने घरों से काम करेंगे जबकि 60 फीसद Googler कुछ दिन के लिए दफ्तर आएंगे।
दफ्तर में उपस्थिति
पिचई के मुताबिक दफ्तर में सभी काम पर फोकस करेंगे। उसी हिसाब से तय होगा कि कौन कब दफ्तर आएगा। यही नहीं जो लोग अपनी लोकेशन से काम करना चाहते हैं, उन्हें यह ऑफर दिया जाएगा। यह पूरी तरह उनके रोल और टीम की जरूरत पर डिपेंड होगा।
1.40 लाख वर्कर
Q1 में Google के 1,39,995 फुल टाइम वर्कर थे। हालांकि Google ने देश के हिसाब से Head count का खुलासा नहीं किया है। लेकिन भारत में उसके 4000 कर्मचारी होने का अनुमान है। Google भारत में ग्लोबल प्रोडक्ट डेवलपमेंट के लिए स्ट्रैटेजिक हब बना रहा है।
1980 करोड़ की बचत
यही नहीं Q1 में Alphabet ने प्रमोशन, ट्रैवल और एंटरटेनमेंट के खर्चों में लगभग 1,980 करोड़ रुपये की बचत की है। यह COVID-19 की वजह से मुमकिन हुआ है। सालाना तौर पर यह 7,400 करोड़ रुपये से ज्यादा होगा।
2020 में काफी हुई बचत
कंपनी ने 2021 की शुरुआत में कहा था कि साल 2020 में एडवरटाइजिंग और प्रमोशनल खर्चों में 10,360 करोड़ रुपये की कमी आई है क्योंकि कंपनी ने महामारी के दौरान खर्चों को घटाया, रोका या कैंपेन को रीशेड्यूल और कुछ इवेंट्स को केवल डिजिटल फॉर्मेट में बदल दिया। ऐसे में ट्रैवल और एंटरटेनमेंट खर्च 2,740 करोड़ रुपये कम हो गया।
कई अन्य लागत की भरपाई
ये बचत हजारों और कर्मचारियों को काम पर रखने के साथ आने वाली कई अन्य लागतों की भरपाई करती है। महामारी ने कंपनी को 34% रेवेन्यू बढ़ाने के बावजूद, पहली तिमाही के लिए अपनी मार्केटिंग और एडमिनिस्ट्रेटिव लागतों को प्रभावी ढंग से समान बनाए रखने में मदद की।
Real Estate में निवेश
Google दोबारा ऑफिस से काम शुरू करने की योजना बना रही है। CFO रूथ पोराट ने निवेशकों को बताया कि कंपनी एक हाइब्रिड मॉडल की योजना बना रही है, जिसमें कर्मचारियों की जगह पहले की तुलना में कम है। पोराट ने यह भी कहा कि Google दुनिया भर में Real Estate में निवेश करना जारी रखेगा।