अमेरिकी बायोफार्मास्यूटिकल कंपनी एचडीटी बायो कॉर्प ने बुधवार को भारत में अपनी कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू करने की घोषणा की। एचडीटी बायो ने जेनोवा के साथ मिलकर इस कोरोना रोधी वैक्सीन को विकसित किया है। उम्मीद की जा रही कि पश्चिमी देशों में विकसित अन्य वैक्सीन की तुलना में इसकी कीमत कम रहेगी।
एचडीटी बायो के सीईओ स्टीव रीड ने कहा, ‘यह ट्रायल जेनोवा और हमारे लिए एक प्रमुख मील का पत्थर है।’ उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अपने साझीदार कंपनियों को वाजिब कीमत पर नवाचार दवाइयां बनाने और उनका वितरण करने में सक्षम बनाना है। कंपनी ने कहा कि उसकी वैक्सीन लक्षित कोशिकाओं को प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले आरएनए देने के लिए एक लिपिड अकार्बनिक नैनोपाíटकल (एलआइओएन) सूत्रीकरण का उपयोग करती है। कंपनी का यह भी कहना है कि उसकी वैक्सीन मौजूदा एमआरएनए आधारित वैक्सीन की तुलना में अलग है।
इसके आरएनए को इस तरह से तैयार किया गया है कि शरीर में जाने के बाद यह खुद को और बढ़ा लेता है जिसके परिणाम स्वरूप कम मात्रा में डोज देने पर भी यह वैक्सीन प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय कर देती है। इसके उत्पादन पर भी लागत कम आती है।