केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि लगभग सभी राज्यों के अनुरोध पर केंद्र ने कोरोना वायरस के टीकाकरण की नीति को उदार बनाया है और राज्यों, निजी अस्पतालों और उद्योगों को इसकी अनुमति दी ताकि भारत के साझा प्रयास से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी भारतीय का यथाशीघ्र टीकाकरण हो सके।
हर्षवर्धन ने विरोधियों को दिया करारा जवाब
मंत्री ने ट्विटर पर जारी अपने चार पन्ने के बयान में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का एक मई से टीकाकरण करने की रणनीति का बचाव किया और उन राजनीतिक नेताओं पर हमला किया जो इस मामले को लेकर बेवजह की राजनीति में शामिल हैं और मामले में गलत सूचना फैला रहे हैं और लगातार सरकार का विरोध कर रहे हैं।
सीधे उत्पादकों से टीका खरीद सकते हैं- हर्षवर्धन
हर्षवर्धन ने कहा कि राज्यों द्वारा अब शिकायत करने की कोई वजह नहीं नजर आती क्योंकि उन्होंने ही टीके की आपूर्ति में पाबंदियों को हटाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि नई रणनीति राज्यों को केंद्र से मुफ्त टीके की आपूर्ति की गारंटी देती है, इसके साथ ही वे सीधे उत्पादकों से टीका खरीद सकते हैं और डोज की संख्या के आधार पर कीमतों पर बातचीत कर सकते हैं।
18 से 45 की आयु के लोगों को टीका लगवाने के लिए यहां कराना होना रजिस्ट्रेशन
बता दें कि सरकार ने कोरोना प्रतिरक्षा टीका लगवाने के इच्छुक 18 से 45 की आयु के लोगों के लिये कोविन वेब पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। इसके साथ ही कहा कि टीका कार्यक्रम की शुरुआत में अफरा-तफरी से बचने के लिये टीकाकरण केन्द्रों पर पंजीकरण कराने की अनुमति नहीं जाएगी। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि 45 से अधिक आयु के लोग टीकाकरण केन्द्र पर पंजीकरण कराकर टीका लगवा सकते हैं। गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में अचानक भारी इजाफा होने के बाद से टीकाकरण की रफ्तार पर भी बढ़ रही है।