गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा-विधायक ने नहीं कलेक्टर ने की थी आक्सीजन के लिए उड़ीसा के कारोबारी से बात
– गृहमंत्री ने नकली रेमडेसिविर के साथ पकड़े गए आरोपित पर रासुका लगाने के निर्देश दिए
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ओड़िसा में ऑक्सीजन के एक व्यापारी से विधायक प्रवीण पाठक ने नहीं कलेक्टर ने बात की थी। उन्होंने बताया कि उनके पाल 500 मैट्रिक टन आक्सीजन उपलब्ध है। जो प्रदेश लेना चाहता है, वह ले सकता है। मैंने पूर्व मुख्यमंत्री का टि्वट पढ़ा था, उसमें लिखा था कि ग्वालियर के लिए आक्सीजन लाने के लिए पांच टैंकरों की व्यवस्था सरकार कर दें। गृहमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से सवाल किया कि अगर यह मान लिया जाए कि हमारे विधायक प्रवीण ने आक्सीजन की बात की है। कमल नाथ सवा साल इस प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं, वे सांसद रहे हैं। और उनका बेटा भी सांसद है। अगर वे स्वयं टैंकरों की व्यवस्था कर आक्सीजन को ग्वालियर भेज देते तो मैं स्वयं माला पहनाकर स्वागत करता। यह बात गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पुलिस कंट्रोल रूम पर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कही। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों विधायक प्रवीण पाठक ने टिवट करते हुए लिखा था कि वे उड़ीसा से पांच टैंकर ऑक्सीजन मंगा रहे हैं, प्रदेश सरकार इसके परिवहन की व्यवस्था कर दे।
कांग्रेस पर तंज कसते हुए गृहमंत्री ने कहा कि उनके नेता हमेशा उल्टा काम करते हैं। आपदा के समय राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस के दोनों बुजुर्ग नेता किसी अस्पताल में नजर नहीं आए है। केवल टि्वट पर नजर आ रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री पूरी टीम के साथ 18-18घंटे काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाया जा रहा है।आवश्यकता पड़ने पर सेना के अस्पताल को भी कोविड हास्पिटल के रूप में उपयोग किया जाएगा।
पुलिस अफसरों के साथ की बैठक: प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार शाम को दोनों रेंजों के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में गृहमत्री ने कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के हरसंभव प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि जीवन रक्षक की दवा की कालाबाजारी व नकली बेचने वालों को पकड़कर रासुका लगाए। दो नकली रेमडेसिविर के इंजेक्शन श्योपुर के युवक से मिले हैं। जो कि ब्लैकमेल में बेचने के लिए आया था। तस्दीक की जा रही है। मैंने आज ही जांच कर रासुका लगाने के निर्देश दिए हैं। यह बैठक रविवार को होनी थी। अचानक शुक्रवार को गृहमंत्री ग्वालियर आए। और पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस अधिकारियों की बैठक लेने के बाद डबरा रवाना हो गए। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए नकली व कालाबाजारी में दो अंतर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि नकली व कालाबाजारी करने वालों को एनएसए लगाकर जेल भेजे। उन्होंने लोगों से अपील की कि राष्ट्रीय आपदा के समय ऐसा नहीं करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संक्रमण कुछ थमने के संकेत मिले है। चेन तोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। संक्रमण के संबंध में कोई भविष्यवाणी करना उचित नहीं हैं।
आक्सीजन व रेमडेसिविर कमी को दूर किया जा रहा है- आक्सीजन व रेमडेसिविर कीअचानक डिमांड आ गई है। क्योंकि यह महामारी है। यह किल्लत केवल मध्यप्रदेश में नहीं, यूपी, महाराष्ट्र व पंजाब में भी है। यह एक राष्ट्रीय आपदा है, इससे निपटने के प्रयास किये जा रहे हैं। इनकी कमी नहीं होने दी जाएगी।
मंत्री के आरोप का यह दिया जवाब विधायक ने:
उड़ीसा से ऑक्सीजन मंगाने के लिए व्यापारी से उन्होंने बात की थी। कलेक्टर को व्यापारी का नंबर मैंने ही दिया था और बात कराई थी। क्योंकि वर्तमान में ऑक्सीजन के परिवहन का काम सरकार ने हाथ में ले रखा है। इसलिए सरकार से ऑक्सीजन मंगाने के लिए कहा था। यदि सरकार अनुमति दे तो वे पांच टेंकर ऑक्सीजन के परिवहन की व्यवस्था भी कर सकते हैं।