कहा, उत्पादित ऑक्सीजन का इस्तेमाल केवल मेडिकल कार्य के लिए हो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कोविड-19 को नियंत्रित करने वाली ‘टीम-11’ के साथ वर्चुअल बैठक में एल-1, एल-2 और एल-3 हॉस्पिटल की अलग-अलग मॉनिटरिंग कर ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अस्पताल में न्यूनतम 36 घंटों का ऑक्सीजन बैक-अप रखा जाय। बताया कि प्रदेश में पांच नए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की कार्यवाही प्रारंभ है। इसे शीघ्रता से क्रियाशील करें। भविष्य को ध्यान में रखते हुए 100 बेड से अधिक क्षमता वाले सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना को अनिवार्य किया जाए। साथ ही एयर सेपरेशन यूनिट जैसी आधुनिक तकनीक को प्रोत्साहित करें।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि विशेष परिस्थितियों को देखते हुए प्रदेश स्थित एमएसएमई सहित सभी छोटी-बड़ी औद्योगिक इकाइयों में उत्पादित ऑक्सीजन का इस्तेमाल केवल मेडिकल कार्य के लिए हो। ऑक्सीजन प्लांट को निकटतम हॉस्पिटल से जोड़ा जाए। इस संबंध में व्यापक कार्ययोजना आज ही तैयार कर ली जाए। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो निजी इकाइयां ऑक्सीजन रीफिलिंग के क्षेत्र में निवेश करना चाहती हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाए। ऑक्सीजन उत्पादनकर्ताओं के लाइसेंस को स्वतः नवीनीकरण कर तत्काल आदेश जारी करें। मुख्यमंत्री ने सभी ऑक्सीजन प्लांट पर पुलिस सुरक्षा तथा ऑक्सीजन वाले वाहनों की जीपीएस मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने दोहराया कि ऑक्सीजन व अन्य जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी रोकने के लिए हर संभव कठोरतम कार्रवाई की जाय।