प्रयागराज। प्रदेश में ऑक्सीजन के उत्पादन करने वाले सभी लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम इकाइयों से सम्पर्क साधकर समन्वय बनाकर ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी ने कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को दी और कहा मॉनिटरिंग भी करें। श्री सिंह ने कहा कि यूपी में एमएसएमई कंट्रोल रूम स्थापित कर प्रदेश के ऑक्सीजन प्लांट और सभी अस्पतालों को मैपिंग कर ऑक्सीजन की आवश्यकता की मांग पर उन्हें भेज कर सुविधाएं सुनिश्चित किया जाएगा। प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं है। डीआरडीओ की सहायता से अगले 2-3 दिनों में 220 सिलिंडर वाला ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो जायेगा। सौ बेड वाले अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगायें जायें, स्थानीय विधायक से सहयोग लेकर विधायक निधि का इस्तेमाल कर व्यवस्थित कराया जाएगा। मास्क के अनिवार्य उपयोग को सख्ती से लागू कराया जाये, दूसरी बार पकड़े गए लोगों से 10 हजार रुपए जुर्माना लिया जाए, उनकी फोटो सार्वजनिक हो।
प्रयागराज, बनारस, लखनऊ जैसे अति प्रभावित जिलों में कोविड मरीजों के लिए बेड्स की मौजूदा संख्या दुगना किया जा रहा है। हब एंड स्पोक मॉडल के जरिए औद्योगिक इकाइयों एवं उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के अस्पतालों को एमएसएमई कंट्रोल रूप से जोड़कर समन्वय और तालमेल से वैश्विक कोरोना महामारी के कठिन दौर में कठिनाइयों को कम किया जाएगा। मैपिंग से आसानी होगी किन-किन अस्पतालों को कितनी ऑक्सीजन की आवश्यकता है। समय पर उपलब्ध कराकर मानव जीवन को बचाने के लिए हरसंभव कदम उठाने के लिए सरकार कृत संकल्पित है। यह जानकारी सिद्धार्थ नाथ सिंह के मीडिया प्रभारी दिनेश तिवारी ने दी है।