- प्रत्येक जनपद में कोविड बेड, दवाओं, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता हमेशा बनी रहे.
- ‘टेस्ट, ट्रेस, ट्रीट’ के संकल्प के साथ कोविड-19 के नियंत्रण अभियान को पूरी गति से जारी रखने के निर्देश
- जनपद लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, झांसी सहित कोरोना के अधिक ऐक्टिव केस वाले सभी जनपदों में पर्याप्त बेड्स सुनिश्चित कराएं.
- किडनी रोग से ग्रसित कोरोना मरीजों के उपचार के लिए कोविड अस्पताल में डायलिसिस मशीनों का प्रबन्ध किया जाए .
- प्रत्येक जनपद के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की अनवरत उपलब्धता बनी रहे
- जनपद लखनऊ में कोविड मरीजों के लिए 840 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था, बेड की संख्या में और बढ़ोत्तरी के लिए तेजी से प्रभावी कार्यवाही करें.
- रेमडेसिविर इंजेक्शन की 25 हजार डोज की त्वरित उपलब्धता के लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्टेट प्लेन से अहमदाबाद भेजा, यह दवा आज ही लखनऊ पहुंच जाएगी.
प्रदेश स्थित केन्द्रीय संस्थानों की प्रयोगशालाओं में उपलब्ध आर0टी0पी0सी0आर0 क्षमता का उपयोग करते हुए आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या बढ़ायी जाए, कोविड जांच के लिए ट्रूनेट मशीनों का उपयोग तत्काल प्रारम्भ करें. लखनऊ सहित समस्त जनपदों में होम आइसोलेशन के कोविड मरीजों को सभी निर्धारित दवाओं के मेडिकल किट की सुचारु आपूर्ति सुनिश्चित करें.
होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों से नियमित संवाद बनाकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त करते हुए उनका मार्गदर्शन किया जाए, इस कार्य में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-‘1076’ का भी उपयोग किया जाए इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर के स्तर पर बेड की उपलब्धता तथा एम्बुलेंस व्यवस्था की नवीनतम जानकारी होनी चाहिए.
इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने और जवाबदेही तय करने के लिए वहां जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तैनात किये जाएं प्रत्येक जनपद में युद्धस्तर पर स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग का कार्य किया जाए.
प्रदेश में अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में लोगों के सम्भावित आगमन को देखते हुए प्रत्येक जनपद में क्वारंटीन सेण्टर स्थापित किये जाएं .कण्टेनमेंट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू करें. सभी सरकारी एवं निजी कार्यालयों तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों में कोविड हेल्प डेस्क को प्रभावी ढंग से संचालित करें.
लखनऊ: 14 अप्रैल, 2021
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि सभी जनपदों में कोविड बेड तथा ऑक्सीजन की कोई कमी न होने पाये। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक जनपद में कोविड बेड, दवाओं, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता हमेशा बनी रहे। उन्होंने ‘टेस्ट, ट्रेस, ट्रीट’ के संकल्प के साथ कोविड-19 के नियंत्रण अभियान को पूरी गति से जारी रखने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री जी आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनपद लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, झांसी सहित कोरोना के अधिक ऐक्टिव केस की संख्या वाले सभी जनपदों में पर्याप्त बेड्स सुनिश्चित कराएं। इसमें आइसोलेशन बेड्स तथा आई0सी0यू0 बेड्स, दोनों श्रेणी के बेड्स की व्यवस्था हो। किडनी रोग से ग्रसित कोरोना मरीजों के उपचार के लिए कोविड अस्पताल में डायलिसिस मशीनों का प्रबन्ध किया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव कार्यालय, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा इस व्यवस्था की नियमित माॅनिटरिंग करें।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि प्रत्येक जनपद के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की अनवरत उपलब्धता बनी रहे। जिन अस्पतालों में सिलेण्डर के माध्यम से मरीजों को ऑक्सीजन देने की व्यवस्था है, वहां ऑक्सीजन सिलेण्डरों को तत्काल रिप्लेस करने की व्यवस्था रहे। उन्होंने अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को इसके लिए नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद लखनऊ में कोविड मरीजों के लिए 840 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था हो गयी है। बेड की संख्या में और बढ़ोत्तरी के लिए तेजी से प्रभावी कार्यवाही की जाए। जिन निजी मेडिकल काॅलेजों को कोविड चिकित्सालय के तौर पर संचालित किया जा रहा है, वहां अतिरिक्त चिकित्साकर्मियों एवं मेडिकल संसाधन की व्यवस्था प्राथमिकता पर की जाए। उन्होंने जिला प्रशासन तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम भेजकर इन संस्थानों को कोरोना मरीजों के उपचार के लिए पूरी क्षमता के साथ क्रियाशील करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की जनता के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की 25 हजार डोज की त्वरित उपलब्धता के लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्टेट प्लेन से अहमदाबाद भेजा है। यह दवा आज ही लखनऊ पहुंच जाएगी। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रत्येक जनपद में पर्याप्त मात्रा में इस दवा की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि टेस्टिंग कार्य पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जाए। प्रदेश स्थित केन्द्रीय संस्थानों की प्रयोगशालाओं में उपलब्ध आर0टी0पी0सी0आर0 क्षमता का उपयोग करते हुए आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या बढ़ायी जाए। इन संस्थानों की आवश्यकताओं के अनुरूप मैनपावर का भी प्रबन्ध किया जाए। उन्होंने कोविड जांच के लिए ट्रूनेट मशीनों का उपयोग तत्काल प्रारम्भ करने के निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों से नियमित संवाद बनाकर उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी प्राप्त की जाए और आवश्यकतानुसार उनका मार्गदर्शन किया जाए। इस कार्य में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-‘1076’ का भी उपयोग किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि लखनऊ सहित समस्त जनपदों में होम आइसोलेशन के कोविड मरीजों को सभी निर्धारित दवाओं के मेडिकल किट की सुचारु आपूर्ति होती रहे। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री तथा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को इस व्यवस्था को चेक करने के निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि जनपदों में स्थापित इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर सुचारु ढंग से कार्यशील रहें। इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर के स्तर पर बेड की उपलब्धता, एम्बुलेंस व्यवस्था की नवीनतम जानकारी होनी चाहिए। इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने और जवाबदेही तय करने के उद्देश्य से वहां जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी की तैनाती की जाए। यह अधिकारीगण आवश्यक समन्वय कार्य के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों की स्थिति की अद्यतन जानकारी रखें। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर में बैठक आहूत कर स्थिति की समीक्षा करते हुए आगामी रणनीति तय करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक जनपद में युद्धस्तर पर स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग का कार्य किया जाए। प्रदेश में अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में लोगों के सम्भावित आगमन को देखते हुए प्रत्येक जनपद में क्वारंटीन सेण्टर स्थापित किये जाएं। क्वारंटीन सेण्टर में स्क्रीनिंग तथा टेस्टिंग के साथ-साथ लोगों के रहने व भोजन की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कण्टेनमेंट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के बारे में लोगों को निरन्तर जागरूक किया जाए। इस कार्य में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक स्तर पर उपयोग करते हुए आमजन को सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने तथा मास्क का अनिवार्य उपयोग करने की जानकारी दी जाए। इस सम्बन्ध में प्रवर्तन की प्रभावी कार्रवाई की जाए। सभी सरकारी एवं निजी कार्यालयों तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों में कोविड हेल्प डेस्क को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह एवं वरिष्ठ अधिकारीगण वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए।