लखनऊ। उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पहले चरण के लिए राज्य के 18 जिलों में 15 अप्रैल को मतदान होगा। प्रथम चरण के मतदान वाले जिलों में मंगलवार शाम चुनाव प्रचार का शोर थम गया। अब उम्मीदवार केवल व्यक्तिगत रुप से मतदाताओं से मिल सकते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार प्रथम चरण में सहारनपुर, गाजियाबाद, रामपुर, बरेली, हाथरस, आगरा, कानपुर नगर, झांसी, महोबा, प्रयागराज, रायबरेली, हरदोई, अयोध्या, श्रावस्ती, संतकबीरनगर, गोरखपुर, जौनपुर और भदोही जिलों में 15 अप्रैल को प्रातः सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिये राज्य निर्वाचन आयोग ने सुरक्षा के व्यापक पबंध किये हैं। मतदान की पल-पल की जानकारी के लिये वरिष्ठ अधिकारियों को प्रेक्षक के रुप में तैनात किया गया है। पोलिंग पार्टियां बुधवार को विकास खंड मुख्यालयों से रवाना होंगी।
मतदान से एक दिन पहले यानि बुधवार शाम छह बजे से ही मतदेय स्थलों से आठ किलोमीटर के दायरे में शराब की दुकानें भी बंद कर दी जायेंगी। इन दुकानों को मतदान के बाद ही खोलने की अनुमति है। राज्य सरकार और चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को मतदान करने की सुविधा दी है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति के परिजन को मतदान के एक दिन पहले जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखित में जानकारी देनी होगी। इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश के अनुसार मतदान से पहले संक्रमित मतदाता को पीपीई किट पहनाकर उससे मतदान करवाया जायेगा। कोरोना संक्रमित व्यक्ति के मतदान के बाद मतदेय स्थल के कमरे को सैनिटाइज किया जायेगा।
उप्र में चार चरणों में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 15 अप्रैल को होगा। इसके बाद 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को क्रमशः द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ चरण का मतदान होगा। पहले चरण में 18 जिलों में मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण व तीसरे चरण में 20-20 और चैथे चरण में 17 जिले में मतदान होंगे। मतगणना पूरे प्रदेश में एक साथ दो मई को होगी।