देश में जहां एक तरफ पेट्रोल और डीजल के दामों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं वहीं इनके दामों में बढ़ोतरी लगातार जारी है। सोमवार को दिल्ली में जहां पेट्रोल 80.73 रुपये और डीजल 72.83 रुपये के स्तर पर है। वहीं, मुबंई में पेट्रोल 88.12 रुपये और डीजल 77.32 रुपये प्रति लीटर के भाव के बिक रहा है। आज दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 23 पैसे और डीजल में 22 पैसे प्रति लीटर की बढ़त दर्ज की गई है।
अगस्त मध्य से अब तक पेट्रोल की कीमत में रुपये और डीजल की कीमत में 3.84 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत में आधा हिस्सा केंद्र और राज्य सरकारों के स्तर पर लगने वाले टैक्स का है। कंपनियों के मुताबिक रिफाइनरी पर पेट्रोल की लागत करीब 40.50 रुपये और डीजल की कीमत करीब 43 रुपये प्रति लीटर पड़ती है। केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर क्रमश: 19.48 रुपये और 15.33 रुपये उत्पाद शुल्क वसूलती है। इसके ऊपर राज्य सरकारें इन पर मूल्यवर्धित कर (वैट) लगाती हैं।
वैट की दरें विभिन्न राज्यों में अलग-अलग हैं। अंडमान एवं निकोबार में दोनों ईंधनों पर सबसे कम छह फीसद की दर से टैक्स वसूला जाता है। वहीं पेट्रोल पर मुंबई में सर्वाधिक 39.12 फीसद और डीजल पर तेलंगाना में सर्वाधिक 26 फीसद वैट लगता है। दिल्ली में पेट्रोल-डीजल पर वैट की दरें क्रमश: 27 फीसद और 17.24 फीसद हैं। रविवार को मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में पेट्रोल कीमतें क्रमश: 87.89 रुपये, 83.54 रुपये और 83.39 रुपये प्रति लीटर रहीं। इन तीनों महानगरों में डीजल की कीमतें क्रमश: 77.09 रुपये, 76.75 रुपये और 75.46 रुपये प्रति लीटर रहीं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट को देखते हुए केंद्र सरकार ने नवंबर, 2014 से जनवरी, 2016 के बीच नौ बार उत्पाद शुल्क में वृद्धि की थी। इस दौरान पेट्रोल पर प्रति लीटर 11.77 रुपये और डीजल पर 13.47 रुपये का उत्पाद शुल्क बढ़ाया गया था। हालांकि तब से कच्चा तेल महंगा होने के बाद उत्पाद शुल्क में कटौती केवल एक बार हुई है।