डीएम, सीएमओ व बरेका की जीएम कोरोना पाॅजिटिव
कोरोना टीका के दोनों डोज लगवाने के बाद भी सीएमओ डॉ.वीबी सिंह हुए पॉजिटिव, कुल 19236 लोग कर रहे होम आइसोलेशन, जिले में अब तक कोरोना से 397 लोगों की मौत, सख्ती शुरु, रात नौ बजते ही दुकाने बंद, मार्गो पर चेकिंग
-सुरेश गांधी
वाराणसी। धर्म एवं आस्था की नगरी काशी में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। शुक्रवार को एक ही दिन में 929 संक्रमित मिले और दो लोगों की मौत हो गई, जो इस साल का सर्वाधिक केस है। वाराणसी के डीएम, सीएमओ और बरेका की जीएम कोरोना पाॅजिटिव है। खास यह है कि कोरोना टीका के दोनों डोज लगवाने के बाद भी बनारस के सीएमओ डॉ. वीबी सिंह कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। मेडिकल बुलेटिन के अऩुसार शुक्रवार को होम आइसोलेशन कर रहे कुल 16 मरीजों ने कोरोन से जंग जीत ली है और अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। वाराणसी में अब तक कुल 19236 लोग होम आइसोलेशन में वहीं 3008 मरीज विभिन्न अस्पतालों में स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में अब तक कोरोना से 397 लोगों की मौत हो चुकी है। बिगड़ते हालात को देखते हुए समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांट्रैक्ट ट्रेसिंग और टेसिं्टग बढ़ाने के साथ ही पिछले साल मार्च में हुए लॉकडाउन की तर्ज पर व्यवस्था बहाल करने का निर्देश दिया। बता दें, शुक्रवार की सुबह ही जांच के मामलों की गति ने नया रिकार्ड बना दिया। सुबह ही रिकॉर्ड टूट गया और कुल 446 संक्रमित मरीज सामने आए।
संक्रमण से उभरने के बाद मायोकार्डिटिस के लक्षण
फोर्टिस एस्कॉट्र्स हार्ट इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ अशोक सेठ ने एक इंटरव्यू में बताया है कि दिल की बीमारी वाले लोग कोरोना महामारी के संक्रमण से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे लोगों के हार्ट को संक्रमण से बाकी लोगों की तुलना में ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण से उबरने के बाद लोगों में मायोकार्डिटिस के लक्षण दिखाई दिए हैं। मायोकार्डिटिस एक आम सूजन है, जो दिल की मांसपेशियों को कमजोर करता है और दिल के पंपिंग फंक्शन को प्रभावित करता है। इसलिए पोस्ट कोविड-19 के गंभीर मामलों में कार्डियक भागीदारी दिखाई देती है। इसके साथ ही, दूसरे रोगियों में भी इसका नुकसान देखा गया है। इसमें ब्लड क्लाटिंग से दिल का दौरा पड़ता है और दिल का स्ट्रोक भी होता है। उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड के बाद युवा लोगों में कार्डियक प्रॉब्लम्स ज्यादा दिखे हैं। इसमें उनका दिल तेज या अनियमित दर से धड़कना शुरू कर देता है। उन्होंने सुझाव दिया है कि कोविड-19 से रिकवर होने वाले सभी लोगों को कम से कम इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम या ईसीजी और एक इकोकार्डियोग्राम (ईसीएचओ) किया जाना चाहिए। खासकर ईसीएचओ, क्योंकि इनमें से कुछ लोगों का दिल कमजोर होता है। इसके लिए उन्होंने सलाह दी है कि रिकवरी के चार सप्ताह बाद एक ईसीएचओ और रिकवरी के तीन महीने बाद हृदय के स्वास्थ्य की जांच करना आवश्यक है।