सीएम योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर का बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कालेज अक्सर ही चर्चा में रहता है। आज यहां पर तीमारदारों तथा जूनियर डाक्टर्स के बीच मारपीट हो गई। इसमें तीमारदार व डॉक्टर्स के साथ आधा दर्जन लोग घायल हो गए। इसके बाद जूनियर डाक्टर्स हड़ताल पर चले गए। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद इन लोगों ने दो घंटा बाद हड़ताल वापस ली। इस मामले में गुलरहिया थाना में केस दर्ज किया गया है।
बीआरडी मेडिकल में आज सुबह जूनियर डॉक्टर्स व तीमारदारों में जमकर मारपीट व हंगामा हुआ। इसके बाद जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए। महिला सर्जरी वार्ड नम्बर 4 पर बेड नम्बर एक पर आकांक्षा, पुत्री कोमल निवासी कोमल का इलाज चल रहा था। जन्म से शौच का रास्ता नही था, आपरेशन कर डॉक्टरों ने शौच का रास्ता बनाया था। डॉक्टर उसी की आज सुबह ड्रेसिंग कर रहे थे तभी बगल के बेड नम्बर दो पर भर्ती मरीज चन्द्रावती देवी का तीमारदार झांक रहा था। डॉक्टरों ने तीमारदार से कहा तुम अपने मरीज के पास जाओ। जब तीमारदार नहीं माना तो डॉक्टर्स ने डांट दिया। इसी को लेकर विवाद शुरू हो गया। वार्ड में जूनियर डॉक्टर्स की संख्या केवल पांच थी। तीमारदार ने फोन करके लगभग 15 लोगों को वार्ड में बुला लिया। तीमारदार जूनियर डॉक्टर्स को पीटते हुए मरीज को बाहर लेकर चले गए। इसी बीच मरीज के साथ का एक युवक अपनी दो पहिया लेने के लिए ट्रॉमा सेंटर के बाहर पहुँचा तो डॉक्टर्स ने उसे पकड़ लिया और ट्रॉमा सेंटर में लेकर आए। युवक ने बताया हमको फोन करके बुलाया गया था।
डॉक्टर्स ने कहा कि जिसने तुमको फोन करके बुलाया था उसको बुलाओ। यह सब चल ही रहा था कि लगभग दर्जन की संख्या में मरीज के तीमारदार ट्रामा सेंटर पहुंचे और इसके बाद डॉक्टर्स और तीमारदारों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गई। इसकी सूचना पर बीच-बचाव करने पहुंचे कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आ गयी। काफी मशक्कत के बाद पुलिस मामले को शांत करवा पायी।
इस मारपीट की घटना में आधा दर्जन जूनियर डॉक्टर्स, मरीज के तीमारदार व पुलिस कर्मी घायल हुए। इसके बाद जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए। पुलिस- प्रशासन, मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों व जूनियर डॉक्टरों के बीच बातचीत के बाद हड़ताल खत्म हो गई। प्राचार्य ने गुलरिहा थाने में जूनियर डॉक्टर्स के साथ मारपीट के मामले में तहरीर दी है।