निगरानी समितियां अन्य राज्यों से उप्र पहुंचने वाले यात्रियों की करें माॅनीटरिंग
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पश्चिम बंगाल के दौरे पर निकलने से पूर्व अपने सरकारी आवास पर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम, बचाव, उपचार तथा टीकाकरण की प्रगति के सम्बन्ध में समीक्षा की। उन्होंने कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए ग्राम पंचायत तथा म्युनिस्पिल वाॅर्ड स्तर पर निगरानी समितियों का गठन आज ही कर उन्हें सक्रिय करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी अधिकारियों के साथ-साथ युवक मंगल दल, चौकीदार इत्यादि को निगरानी समिति में शामिल किया जाए। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में सिविल डिफेन्स तथा स्वैच्छिक संगठनों को निगरानी समितियों में सम्मिलित किया जाए। निगरानी कार्य में जनप्रतिनिधियों की भी सहायता ली जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि निगरानी समितियां अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश पहुंचने वाले यात्रियों की माॅनीटरिंग करें। साथ ही, वे ऐसे अन्य व्यक्तियों की भी निगरानी करें, जिनमें कोविड-19 के लक्षण मौजूद हों। उन्होंने कहा कि कोरोना मामलों की मैपिंग कर रणनीतिक निगरानी से ऐसे मामलों का शीघ्र पता चल सकेगा और मरीज को आइसोलेट किया जा सकेगा। किसी भी संक्रमित व्यक्ति से सम्बन्धित 25 लोगों की टेस्टिंग की जाए, इससे कोरोना के प्रसार को रोकने में काफी मदद मिलेगी। निगरानी समितियों के माध्यम से सामुदायिक निगरानी करके कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। उन्होंने आरटीपीसीआर टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने स्टैटजिक सैम्पलिंग के माध्यम से आरटीपीसीआर के सैम्पल भेजने के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड्स की व्यवस्था की जाए। साथ ही, इन अस्पतालों में डाॅक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की निरन्तर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इन अस्पतालों में आक्सीजन, वेण्टीलेटर्स तथा दवाइयों की भी आवश्यकतानुसार उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ डाॅक्टर्स निरन्तर राउण्ड लें। मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ट कण्ट्रोल सेन्टर्स को प्रभावी बनाने के निर्देश दिये। सभी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुसिल अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन सुबह कोविड चिकित्सालय में तथा शाम को इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेन्टर में बैठक कर स्थिति की समीक्षा करें तथा आगे की रणनीति बनाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना से संक्रमित जिन व्यक्तियों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, उन्हें लगातार माॅनीटर किया जाए और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तुरन्त अस्पताल में भर्ती कराया जाए। होम आइसोलेशन में रखे गये मरीजों को दवाइयां तथा अन्य उपचार उपलब्ध कराया जाए। पूर्व निर्धारित प्रोटोकाॅल के अनुसार रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन कर लिया जाए और वे होम आइसोलेशन में रखे गये मरीज के घर दिन में तीन बार विजिट करना सुनिश्चित करें। कोरोना संक्रमितों का फौरन पता लगाकर उन्हें आइसोलेट करने से संक्रमण को रोकने में काफी मदद मिलेगी।
कहा कि कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग में मास्क एक महत्वपूर्ण टूल है, इसलिए लोगों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनने के लिए कहा जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि दुकानदार मास्क पहनकर ही अपनी दुकान का संचालन करें। इसी प्रकार यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आटो, टैक्सी तथा बस ड्राइवर भी अनिवार्य रूप से मास्क पहनें। आटो, टैक्सी तथा बस का प्रयोग उन्हीं यात्रियों को करने दिया जाए, जिन्होंने मास्क पहना हो। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी इस्तेमाल करने के निर्देश भी दिये। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी ने टीकाकरण की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने टीकाकरण कार्य की गति को बढ़ाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि टीकाकरण होने से काफी हद तक कोरोना संक्रमण के प्रभाव से लोगों को बचाया जा सकेगा। सभी जनपदों में प्रत्येक दिन के लिए निर्धारित टीकाकरण के लक्ष्य को हर हाल में पूरा किया जाए।