भारत ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति की विशेषज्ञों के एक दल से समग्र जांच कराए जाने की मांग की है। भारत ने यह रुख विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कुछ ही दिन पहले इस मामले में चीन को क्लीनचिट दिए जाने पर अपनाया है। डब्ल्यूएचओ ने अपनी ताजा जांच रिपोर्ट में कहा कि चीन के वुहान शहर की लैब कोरोना वायरस के लीक होने की बात सही नहीं है।
डब्ल्यूएचओ ने कुछ दिनों पहले अपनी रिपोर्ट में चीन को पाक-साफ बताते हुए कहा कि यह वायरस चमगादड़ों से इंसानों में फैला है। डब्ल्यूएचओ का यह रवैया तब है जब समय-समय पर अमेरिका और कई अन्य देशों ने इस बारे में आवाज उठाई थी कि वायरस के स्रोत का पता कर रहे डब्ल्यूएचओ की टीम के साथ चीनी प्रशासन सहयोग नहीं कर रहा है और उन्हें समुचित जानकारियां उपलब्ध नहीं करा रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को विशेषज्ञों के नेतृत्व में समग्र वैज्ञानिक जांच के लिए हम कोविड-19 के मूल स्रोत का पता लगाने के लिए इसके सभी पक्षकारों को एक साथ आना होगा। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देश यह मांग कर रहे हैं कि दिसंबर-2019 में वुहान शहर से फैले विश्वव्यापी संक्रमण पर स्वतंत्र रूप से नए सिरे से गहन अध्ययन हो। बागची ने कहा कि उस जांच में सभी पक्षकारों की ओर से पूरा सहयोग मिलेगा।