प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। मन की बात के 75वें संस्करण में पीएम मोदी ने पीछले साल लगाए गए जनता कर्फ्यू का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि देश के लोगों पहली बार जनता कर्फ्यी शब्द को सुना औऱ यह दुनिया के लिए अचरज बन गया।
– हमारे कोरोना योद्धाओं के प्रति सम्मान, आदर, थाली बजाना, ताली बजाना, दिया जलाना। आपको अंदाजा नहीं है कोरोना योद्धाओँ के दिल को कितना छू गया था। यही कारण है जो पूरे साल भर वो बिना थके, बिना रुके अपने काम में डटे रहे।
– पिछले वर्ष ये मार्च का ही महीना था, देश ने पहली बार जनता कर्फ्यू शब्द सुना था, लेकिन इस महान देश की महान प्रजा की महाशक्ति का अनुभव देखिये, जनता कर्फ्यू पूरे विश्व के लिए एक अचरज बन गया था। अनुशासन का ये अभूतपूर्व उदाहरण था, आने वाली पीढ़ियां इस एक बात को लेकर के जरुर गर्व करेंगी: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने 14 मार्च को जनता से मन की बात के लिए विचारों और सुझाव मांगे थे। इस वर्ष के तीसरे मन की बात कार्यक्रम के लिए उन्होंने लोगों से प्रेरक अनुभव साझा करने को कहा था। ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, ’28 मार्च को इस साल के तीसरे मन की बात का प्रसारण होगा। रोचक बातों एवं पूरे देश से जीवन के प्रेरक प्रसंगों को सामने लाने का एक और अवसर है। आप अपने विचारों को माईगव या नमो एप पर साझा करें या अपना संदेश रिकार्ड करें।’
प्रधानमंत्री ने 28 फरवरी को वार्षिक परीक्षा में शामिल होने जा रहे छात्रों से योद्धा बनने के लिए कहा था। इश दौरान उन्होंने छात्रों से नए मंत्र एवं रोचक गतिविधि से अपडेट होने की बात भी कही। प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से उत्साह के साथ परीक्षा में भाग लेने और खुशी के साथ लौटने को कहा। जनवरी में आयोजित मन की बात में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की थी कि वे इस साल देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस को चिह्नित करने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों और उनके संघर्ष की कहानियों के बारे में लिखें।