केजीएमयू मैक्सिलो फेशियल विभाग में अब जल्द ही मरीजों को अच्छे व सस्ते दरों पर फेशियल इंप्लांट मिलेंगे। इससे सबसे ज्यादा चेहरे की विकृति वाले मरीजों को फायदा होगा। इसके बाद विभाग जल्द ही टाइटेनियम के फेशियल इंप्लांट भी बनेगा। यह जानकारी विभाग की प्रमुख डॉ. दिव्या मल्होत्रा ने टिश्यू बायो इंजीनिय¨रग के उद्घाटन समारोह में दी। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एरा मेडिकल कॉलेज के कुलपति प्रो. अब्बास अली मेंहदी मौजूद रहे। कांफ्रेंस में यूके की कार्डिफ मेट्रोपोलिटन यूनिवर्सिटी के डॉ. पीटर इवान्स और डॉ. डोमिनी भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में प्रो. दिव्या मल्होत्रा ने बताया कि डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की ओर से मैक्सिलो फेशियल विभाग को एक करोड़ रुपये का अनुदान मिला है। इससे विभाग में डिजिटल स्टिमुलेशन लैब बनाई जाएगी। जिसमें वैक्स मॉडल, ईयर, नोज इंप्लांट, बोन कटिंग आदि की जा सकेगी। ये सभी इंप्लांट प्लास्टिक के होंगे। वहीं फिलहाल टाइटेनियम के इंप्लांट की यह डिजाइनिंग होगी। जल्द ही डीएमएलएस मशीन के आने के बाद विभाग में टाइटेनियम इंप्लांट बनने शुरू होंगे। टाइटेनियम प्लेट से मिलता है सही आकार
पीजीआइ चंडीगढ़ के डॉ. सचिन राय ने बताया कि मिड फेस कंस्ट्रक्शन में टाइटेनियम का बहुत अच्छा विकल्प है। टाइटेनियम की प्लेट को आसानी से मोल्ड करके फेस का आकार दिया जा सकता है। यह प्लेट 90 प्रतिशत तक सफल है। प्राइवेट अस्पताल में दो लाख से ढ़ाई लाख रुपये के बीच है, वहीं सरकारी अस्पताल में यह एक से दो हजार के बीच मिल जाती है। नेशनल कांफ्रेंस : मैक्सिलो फेशियल विभाग में खुलेगी डिजिटल स्टिमुलेशन लैब, एक करोड़ का मिला अनुदान, टिश्यू बायो इंजीनिय¨रग पर नेशनल कांफ्रेंस का हुआ उद्घाटन