मुंबई : वोडाफोन आइडिया ने फिर से फंड जुटाने की कोशिश शुरू कर दी है। इस बार वह केकेआर और कार्लाइल ग्रुप जैसे बड़े प्राइवेट फंडों से बात कर रही है। वोडाफोन आइडिया 14,500 से 18,100 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इसके लिए वह कंवर्टिबल इंस्ट्रूमेंट जारी करेगी। इससे पहले कंपनी ने ओक-हिल की अगुवाई वाले कंसोर्शियम से फंड जुटाने की कोशिश की थी लेकिन, यह कोशिश नाकाम हो गई थी। मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि इस बार भी वोडाफोन आइडिया के लिए फंड जुटाना आसान नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि संभावित निवेशक प्रमोटर कंपनी इंग्लैंड की वोडाफोन पीएलसी और आदित्य बिड़ला ग्रुप पर भी कुछ निवेश करने के लिए दबाव बनाएंगे। इसके अलावा पीई फंड पेमेंट डिफॉल्ट की स्थिति में वोडाफोन आइडिया से कॉर्पोरेट गारंटी की भी मांग कर सकते हैं। इसकी वजह यह है कि वोडाफोन आइडिया की वित्तीय स्थिति बहुत खराब है। उसके ग्राहकों की संख्या लगातार कम हो रही है।
वोडाफोन की फंड जुटाने की यह कोशिश शुरुआती चरण में है। एक बड़े अमेरिकी पीई फंड से जुड़े एक व्यक्ति ने ईटी को बताया, वोडाफोन ने शुरुआती बातचीत के लिए हमसे संपर्क किया है। हमें इस मामले को गहराई से देखना होगा। इस बातचीत की जानकारी रखने वाले एक दूसरे व्यक्ति ने कहा कि वोडाफोन आइडिया ने सेरेबेरस कैपिटल से भी संपर्क किया था। लेकिन, सेरेबरस के एक करीबी सूत्र ने कहा कि ओक-हिल की अगुवाई वाले कंसोर्शियम ने कुछ महीने पहले उससे संपर्क किया था. उसने कहा कि वह अभी चल रही किसी बातचीत में शामिल नहीं है। केकेआर की प्रवक्ता ने कहा कि वह बाजार में चल रही चर्चा पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं करती। वोडाफोन ग्रुप और कार्लाइल ने भी इस मसले पर टिप्पण करने से इनकार कर दिया।