इस्लामाबाद : पाकिस्तान के सिंधु जल आयोग (इंडस वॉटर कमीशन) की 23-24 मार्च को होने वाली वार्षिक बैठक में भारत द्वारा चिनाब नदी पर निर्मित विवादास्पद जलविद्युत परियोजनाओं का मुद्दा पाकिस्तान उठाएगा। सिंधु जल संधि के लिए पाकिस्तान के आयुक्त सईद मोहम्मद मेहर अली शाह ने बताया कि पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल 22 मार्च को दिल्ली के लिए रवाना होगा, जहां पर इस बैठक का आयोजन होगा। वह पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। साथ ही भारतीय पक्ष का नेतृत्व पीके सक्सेना करेंगे। इस दो दिवसीय बैठक के दौरान 1000 मेगावाट पक्कल दल और 48 मेगावाट लोअर कलनई की विवादास्पद परियोजनाओं पर चर्चा की जाएगी। पाकिस्तान ने पहले ही इन परियोजनाओ के डिजाइन को लेकर आपत्ति जताई है। इसके अलावा दो जल परियोजनाओं दरबुक और नेमोचालिंग परियोजना पर भी चर्चा होगी।
पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि, मौसम विभाग, अटॉर्नी जनरल कार्यालय और सिंचाई विभाग के अधिकारी भाग लेंगे। यह बैठक करीब तीन साल के अंतराल के बाद हो रही है। इससे पहले साल 2018 में लाहौर में इस बैठक का आयोजन किया गया था। कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए मार्च 2020 में होने वाली बैठक को भी रद्द कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि सिंधु जल संधि के प्रावधानों के तहत दोनों आयुक्तों को भारत और पाकिस्तान में एक वर्ष में कम से कम एक बार मिलने की आवश्यकता होती है।