लखनऊ : महाराष्ट्र के अहमदनगर में ट्रेनिंग के दौरान करंट की चपेट में आने से शहीद हुए जवान अश्विनी कुमार का अंतिम संस्कार मंगलवार को पिपराघाट पर हुआ। इससे पहले अंतिम सलामी के बाद सेना के अफसरों और परिजनों ने विदाई दी। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए घाट पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। पिता ने बेटे को मुखग्नि दी। लखनऊ के तोपखाना बाजार निवासी जवान अश्विनी कुमार आर्म्ड रेजीमेंट के जवान थे। महाराष्ट्र में पुणे के पास स्थित अहमदनगर रेंज में ट्रेनिंग के दौरान करंट की चपेट में आने से वह शनिवार को शहीद हो गए थे। शहीद का शव मंगलवार की सुबह उनके आवास पहुंचा तो श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी।
शहीद अश्विनी कुमार को सलामी के बाद सेना के अफसरों और घरवालों ने अंतिम विदाई दी। अश्विनी कुमार का पिपरा घाट पर अंत्येष्टि की गई। इस दौरान भारत माता की जय और अश्विनी कुमार अमर रहे के नारे उनके चाहने वालों की ओर से लगाया गया। शहीद अश्विनी कुमार के परिवार में उनके पिता अनिल कुमार मध्य कमान में सिविल डिफेंस में कर्मचारी है। परिवार में अश्विनी की मां समता देवी और तीन बहनें मानसी, खुशी और रिया है। अश्विनी घर का इकलौता बेटा था। मां ने बताया कि अहमदनगर में ट्रेनिंग के बीच समय निकालकर उसने फोन किया था। परिवार का हालचाल लिया और जल्द ही घर आने की बात कही थी। पता नहीं था, वह इस तरह आएगा।