सीएम योगी ने मामले का लिया संज्ञान, बेहतर इलाज के दिए निर्देश
कानपुर : फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र में एक बार फिर मिलावटी शराब ने दो की जान ले ली और 10 लोगों की हालत चिंताजनक है। इन सभी को जिला अस्पताल फतेहपुर से कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है। मामला जहरीली शराब से जुड़ा होने के चलते मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ आर बी कमल एसीएम के साथ देर रात अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे और डॉक्टरों की टीम इलाज में जुट गई। घटना पर पुलिस व आबकारी विभाग एक बार फिर कठघरे में आ गया है। मृतकों के परिजनों ने बताया कि एक मकान में निर्माण कार्य चल रहा था, वहीं मकान मालिक ने शराब पिला दी, जिससे यह हालात बने हैं। जबकि मकान मालिक शराब पिलाने के आरोप को खारिज कर रहा है।
घटना थाना क्षेत्र के भौली गांव की है। घटनाक्रम के मुताबिक यहां रहने वाले कमलेश मौर्य के मकान का निर्माण कार्य चल रहा था। 10 मार्च को उनके घर में स्लेप डाली गई थी। स्लेप डालने में करीब 15 मजदूर काम कर रहे थे। काम होने के बाद शिवभोला पासवान, भाई शत्रुघ्न पासवान व मोतीलाल प्रजापति ने मजदूरी के पैसे से कहीं जाकर शराब पी ली। शराब पीने के बाद गुरुवार शाम शिवभोला की हालत बिगड़ गई। जिस पर परिजन उसे पास के अस्प्ताल ले गये जहां रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। शुक्रवार को शिवभोला के भाई शत्रुघ्न पासवान व मोतीलाल की भी हालत बिगड़ी तो स्वजन उन्हें एक निजी नर्सिंग होम लेकर गये। जहां मोतीलाल ने भी इलाज के दौरान ही दम तोड़ दिया। वहीं शिवभोला की पत्नी उमादेवी ने मकान मालिक पर आरोप लगाते हुए कहा कि छत पड़ने के बाद अपने घर पर ही मकान मालिक ने शराब पिलाई थी।