लखनऊ : महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता के अभाव पर चिंता जताते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा जताया कि ‘मिशन शक्ति अभियान’ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेगा और महिलाओं के सशक्तिकरण से पूरे समाज व देश में समृद्धि आएगी। श्री योगी ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर हिन्दुस्तान मिशन शक्ति महासंवाद कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां और सफलताओं को हासिल करने वाली 10 महिलाओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अनेक महिलाएं व बालिकाएं अपने विशिष्ट कार्यों, उपलब्धियों व सफलताओं से समाज को राह दिखा रही हैं और लोगों की प्रेरणास्रोत बन रही हैं। उन्होने कहा कि महिला अपराधों का प्रमुख कारण जागरूकता का अभाव है। महिलाओं के सम्मुख आने वाली चुनौतियों से जूझने के लिए जागरूकता उत्पन्न करने के कार्य व्यापक स्तर पर किए जाने जरूरी हैं। इसके मद्देनजर पिछले साल शारदीय नवरात्रि के पर्व पर ‘मिशन शक्ति’ के प्रथम चरण का शुभारम्भ किया गया जबकि पिछली आठ मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इस अभियान का द्वितीय चरण आरम्भ हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार नारियों की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के लिए प्रतिबद्ध व संवेदनशील रही है। वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद ही राज्य सरकार ने बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए एण्टी रोमियो स्क्वॉयड के गठन की कार्यवाही की। ‘मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत 1,535 थानांे और 350 तहसीलों में महिला हेल्पडेस्क स्थापित की गई हैं, जो प्रभावी ढंग से कार्य कर रही हैं। पुलिस बल में महिलाओं की भर्ती के तहत कार्यवाही की गई है, जिसके परिणामस्वरूप अधिक संख्या में महिलाएं पुलिस बल में शामिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि 18 पुलिस परिक्षेत्रीय कार्यालयों में महिला साइबर क्राइम सेल तथा जनपदों में एक-एक महिला पुलिस चौकी-परामर्श केन्द्र की स्थापना की गई है। महिलाओं के प्रति अपराधों पर शीघ्र कार्रवाई कर नियंत्रित करने के लिए ‘वीमेन पावर लाइन-1090′ को पूरे प्रदेश में क्रियाशील किया गया है। महिलाओं तथा बालिकाओं को राहत प्रदान करने तथा उनकी मदद के लिए ‘महिला हेल्पलाइन-181′ संचालित की जा रही है। ‘वीमेन पावर लाइन-1090′ तथा ‘महिला हेल्पलाइन-181′ को ‘एकीकृत आपात सेवा-112′ से इण्टीग्रेट किया गया है।
‘सीएम हेल्पलाइन-1076′ की भी चर्चा करते हुए कहा कि यह हेल्पलाइन लोगों की समस्याओं के समाधान में कारगर भूमिका निभा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में महिलाओं के लिए नई योजनाओं का प्राविधान किया गया है। नवीन ‘महिला सामर्थ्य योजना’ लागू की जा रही है। इसके माध्यम से राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में महिला दुग्ध उत्पादकों के स्वयं सहायता समूहों की आजीविका में वृद्धि का कार्य किया जाएगा। इस सन्दर्भ में उन्होंने झांसी में बालिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी लि0 की चर्चा करते हुए कहा कि इस संस्था ने 46 करोड़ रुपए का कारोबार करते हुए 02 करोड़ रुपए का लाभ अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन की दुकानों के निरस्त होने पर राशन वितरण का कार्य महिला स्वयं सहायता समूहों तथा पुष्टाहार वितरण कार्यक्रम से भी महिला स्वयं सहायता समूहों को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।