लखनऊ : उत्तर प्रदेश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) करीब दो साल बाद 15 मार्च को राजधानी लखनऊ में अपने प्रदेश कार्यसमिति की बैठक करने जा रही है। इस बैठक में पार्टी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति तय करेगी। राजधानी लखनऊ के गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रस्तावित इस बैठक का उद्घाटन देश के रक्षा मंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह करेंगे और समापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण से होगा। अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह करेंगे। बैठक में पांच सौ से अधिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति के आसार हैं। प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत के चुनाव होने जा रहे हैं। इसके लिए तिथियों की घोषणा मार्च माह के अंतिम सप्ताह में हो सकती है।
अगले वर्ष प्रदेश विधानसभा के भी चुनाव हैं। इसके अलावा 15 मार्च के ठीक चार दिन बाद प्रदेश में योगी सरकार के चार साल भी पूरे हो रहे हैं। ऐसे में सत्तारुढ़ दल के प्रदेश कार्यसमिति की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। पार्टी इस बैठक के जरिए कई प्रस्ताव पारित कर पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनावों पर अपने को फोकस करेगी। इसके लिए पार्टी के आगामी कार्यक्रमों को लेकर रणनीति की घोषणा हो सकती है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से पार्टी केंद्र और राज्य सरकारों की कल्याणकारी योजनाओं को लेकर जनता के बीच जाने का प्रस्ताव पारित कर सकती है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला का कहना है कि कार्यसमिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित होंगे। एक सवाल के जवाब में पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना के चलते कार्यसमिति की बैठक पिछले साल नहीं हो सकी थी। भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति की पिछली बैठक करीब दो साल पहले वर्ष 2018 में मेरठ में हुई थी। कार्यसमिति की बैठक से पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने गुरुवार को पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की भारी-भरकम टीम घोषित की। करीब साढ़े चार सौ सदस्यों की इस टीम में 323 सदस्य, 94 विशेष आमंत्रित सदस्य और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा कई केंद्रीय मंत्रियों सहित 28 स्थाई आमंत्रित सदस्य मनोनीत किया गया है।