सीहोर : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नही और जन सेवा से जो पुण्य मिलता है उससे बड़ा कोई पुण्य नहीं है। श्री चौहान ने सीहोर जिले के ग्राम खैरी सिलगेना में आयोजित कार्यक्रम में यह बात कहीं। श्री चौहान यहां शिव यज्ञ में शामिल होने आए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों की भलाई के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम दिन-रात लोगों के विकास और कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कोरोना काल का उल्लेख करते हुए कहा कि इस संकट के समय में प्रदेश सरकार ने गरीबों, किसानों, मजदूरों को राहत देने का काम किया है।
शिवराज ने बताया कि एक लाख 18 हजार करोड रुपए अनेक पेंशन, छात्रवृत्ति, किसान सम्मान निधि, और अन्य राहत के रूप में लोगों के खातों में जमा कराए हैं। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना के साथ ही बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया जा रहा है। बेटियों के साथ होने वाली हिंसा और अपराध को रोकने के लिए कानून बनाया गया है। अभी तक 72 लोगों को इस कानून के तहत फांसी की सजा सुनाई गई है। उन्होंने सभी से कहा कि बेटा-बेटी में फर्क न करें दोनों एक समान है। उन्होंने ऐसी ग्राम पंचायतें जहां बालक-बालिकाओं की जन्म दर का अनुपात समान है, उन ग्राम पंचायतों को दो लाख रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की।
इसके साथ ही उन्होंने ऐसी ग्राम पंचायतों को भी दो लाख रुपये का पुरस्कार देने के लिए कहा जहां एक साल में कोई विवाद, झगड़ा नहीं हुआ हो और न ही कोई एफ आई आर थाने मे दर्ज हुई हो। श्री चौहान ने कहा कि पंचायतों और स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का ही परिणाम है कि प्रदेश में 56 प्रतिशत महिलाएं चुनाव जीतकर आई और बेहतर ढंग से पंचायतों और निकायों को चला रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधियों और रसूखदार अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि अनेक शहरों के बड़े-बड़े अतिक्रमण हटाएं गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के मेधावी बच्चे उच्च शिक्षा से वंचित ना रहे, इसके लिए सरकार आईटीआई, मेडिकल और अन्य तकनीकी पढ़ाई का खर्च उठाएगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के आरंभ में पूजा अर्चना कर देश प्रदेश के लोगों के सुख शांति और कल्याण की कामना की।