गांधी आश्रम में आजादी के अमृत महोत्सव का प्रधानमंत्री ने किया उद्घाटन
अहमदाबाद : भारत की आजादी के 75वां वर्ष पूरे होने से पहले आज यहां गांधी आश्रम में आजादी के अमृत महोत्सव के उदघाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हम सभी स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के ऐतिहासिक क्षण के साक्षी हैं। ऐसा लगता है कि स्वतंत्रता संग्राम की ऊर्जा को फिर से जागृत किया गया है। आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्र के जागरण का पर्व है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी यहां अमृत महोत्सव और दांडी यात्रा के कार्यक्रम में भाग लेने अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे। यहां उनका मुख्यमंत्री विजय रूपानी और राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने स्वागत किया। अमृत महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम दांडी यात्रा की वर्षगांठ मनाने के साथ स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव का आगाज करेंगे, यह महोत्सव अगस्त 2023 तक चलेगा।
मैं उन शहीदों को सलाम करता हूं, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद भी राष्ट्रीय रक्षा की परंपरा को जीवित रखा। इन पवित्र आत्माओं ने स्वतंत्र भारत के पुनर्निर्माण के लिए एक ईंट रखी। मैं इन सभी चरणों में झुकता हूं| अमृत महोत्सव के पांच स्तंभों को महत्व दिया गया है। स्वतंत्रता का अमृत पर्व राष्ट्र के जागरण का त्योहार है। उन्होंने कहा कि नमक का मतलब है, ईमानदारी, वफादारी। हमने देश का नमक खाया है। नमक श्रम और समानता का प्रतीक है। अंग्रेजों ने आत्मनिर्भरता के प्रतीक पर हमला किया। दिल्ली चलो का नारा आज भी देेश नहीं भुला सकता है। किसी भी देश की विरासत को तभी संरक्षित किया जाता है, जब उसके पूर्वजों और उनकी कहानियों के संघर्षों को उस पीढ़ी की अगली पीढ़ी को समझाया जाए। स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव राष्ट्र के जागरण का पर्व है, नमक श्रम और समानता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कई आंदोलनों ने हर युग में स्वतंत्रता संग्राम को जीवित रखा।
हमारे आचार्यों, संतों, महंतों और भगवतों ने स्वतंत्रता आंदोलन की ज्वाला को निरंतर जागृत रखा है| देश भर से कई दलित, आदिवासी, महिलाएं और युवा हैं जिन्होंने अनगिनत बलिदान दिए हैं। अंग्रेजों ने युवक के सिर में गोली मारी, लेकिन उसने मरने के बाद भी देश का झंडा जमीन पर नहीं गिरने दिया। चाहे हम भारतीय देश में हों या विदेश में, हमने अपनी मेहनत से खुद को साबित किया है। हमें अपने संविधान पर गर्व है। हमें अपनी लोकतांत्रिक परंपराओं पर गर्व है। आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्र के जागरण का पर्व है। इस मौके पर मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा कि आज पूरे देश की नजरें गुजरात पर हैं। महात्मा गांधी और सरदार पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत यहीं से की थी, उसी धरती पर आज आजादी का जश्न मनाया जा रहा है। दांडी यात्रा की 91वीं वर्षगांठ पर पूरा देश एकजुट होने और राष्ट्र के लिए अवकाश प्राप्त करने जा रहा है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों और स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता की कहानी में सरदार सिंह राणा से लेकर सरदार पटेल तक के बारे में बताया। इस कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधी आश्रम से नवसारी दांडी