भारतीय रिजर्व बैंक ने अगले सप्ताह 10-10 हजार करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों की एक साथ खरीद-बिक्री की घोषणा की है। ओपन मार्केट ऑपरेशन्स (OMO) के जरिए 18 मार्च, 2020 को शेयरों की खरीद बिक्री होगी। भारतीय रिजर्व बैंक ने विशेष OMO का ऐलान करते हुए कहा कि लिक्विडिटी की मौजूदा स्थिति और वित्तीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इस बाबत फैसला किया गया। केंद्रीय बैंक ने कहा, ”रिजर्व बैंक लिक्विडिटी और बाजार से जुड़ी परिस्थितियों की निगरानी जारी रखेगा और वित्तीय बाजारों के सुचारु कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाएगा।”
OMOs के जरिए सरकारी प्रतिभूतियों की एकसाथ खरीद-बिक्री को ऑपरेशन ट्विस्ट कहा जाता है। इस ऑपरेशन के तहत लंबी अवधि की मेच्योरिटी वाली सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद की जाती है और कम अवधि की परिपक्वता अवधि वाली सरकारी प्रतिभूतियों की बिक्री की जाती है।
भारतीय रिजर्व बैंक 18 मार्च को अलग-अलग मेच्योरिटी अवधि वाली 10,000 करोड़ रुपये मूल्य की तीन प्रतिभूतियों को खरीदेगा। साथ ही इतनी ही राशि की दो प्रतिभूतियों को बेचेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि व्यक्तिगत प्रतिभूतियों की खरीद/ बिक्री की मात्रा के बारे में फैसला लेने का अधिकार उसके पास सुरक्षित है। नीलामी के परिणाम का ऐलान उसी दिन कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय बैंक इकोनॉमी की स्थिति की समय-समय पर समीक्षा करते रहता है। अपने आकलन के हिसाब से रिजर्व बैंक विभिन्न तरह के उपाय करता है। कोविड-19 संकट आने के बाद से रिजर्व बैंक ने सिस्टम में लिक्विडिटी को कायम रखने और कर्ज लेने वालों के हितों को ध्यान में रखते हुए कई अहम कदम उठाए हैं।