सवर्ण समूहों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के कारण देश के कई हिस्सों में हाई अलर्ट है. मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार में कई जगह धारा 144 भी लगाई गई है. राज्यों में क्या है भारत बंद का हाल यहां पढ़ें.
सवर्ण जातियों के कई बड़े समूहों ने SC/ST एक्ट के विरोध में आज भारत बंद का ऐलान किया है. गुरुवार सुबह से ही देश के अलग-अलग हिस्सों में इसका असर दिखना भी शुरू हो गया. भारत बंद का सबसे ज्यादा असर बिहार और मध्यप्रदेश में देखने को मिला है. यहां कई हिस्सों में लोगों ने ट्रेन रोक दी है, आगजनी की है और सड़कों को पूरी तरह से बंद कर दिया है. मध्यप्रदेश के कई जिलों में पहले ही धारा 144 लागू कर दी गई है. वहीं अन्य राज्यों में भी सरकारें अलर्ट पर हैं. सवर्णों के इस भारत बंद का असर किन राज्यों में देखने को मिल रहा है, यहां पढ़ें.
बिहार
बंद को लेकर बिहार में अच्छा खासा असर देखा जा रहा है. बिहार के खगड़िया में सवर्णों के समूह ने NH31 पर जाम लगा दिया है. यहां पर लोग मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. लोगों की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश दिया है उसका पालन किया जाए. बिहार के लखीसराय जिले में भी लोगों ने NH-80 को जाम कर दिया है.
बिहार के आरा में सवर्णों ने आरा रेलवे स्टेशन के पास लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को रोक दिया गया है. यहां लोगों का कहना है कि देश में SC/ST कानून में जल्द बदलाव नहीं किया गया तो इससे भी बड़ा आंदोलन देश में होगा.
छपरा में सवर्णों ने NH-19 पर जाम लगा दिया है. बड़ी संख्या में लोग मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर सड़कों पर उतरे हैं. मधुबनी में सवर्ण आंदोलनकारियों ने एनएच-105 पर जाम लगा दिया है. लोग केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर कर रहे हैं.
पिछली हिंसा से सबक लेते हुए प्रशासन ने इस बार कई जिलों में अलर्ट जारी कर भारी पुलिस की तैनाती किए जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं. भीड़ से निपटने के लिए आंसू गैस के गोले भी थानों में पहुंचा दिए गए हैं.
बिहार के मुजफ्फरपुर में भी SC/ST एक्ट के विरोध, कई जगह सड़क जाम. वहीं नवादा में भारत बंद के दौरान लोगों ने घूम-घूमकर बाजार को बंद कराया, यहां पर राजगीर पथ पर लोगों ने आगजानी कर सड़क को जाम किया. बिहार के दरभंगा और मसूदन में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों को रोका, भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे.
मध्यप्रदेश
भारत बंद को देखते हुए मध्यप्रदेश के दस जिलों में धारा 144 लागू की गई है. मध्यप्रदेश के भिंड, ग्वालियर, मोरेना, शिवपुरी, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, छत्तरपुर, सागर और नरसिंहपुर में धारा 144 लागू की गई है. इस दौरान यहां पर पेट्रोल पंप, स्कूल, कॉलेज बंद हैं. मध्यप्रदेश में ड्रोन के जरिए नज़र रखी जा रही है.
बता दें कि इससे पहले एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को ‘भारत बंद’ बुलाया था, तब सबसे ज्यादा हिंसा मध्य प्रदेश के ग्वालियर और चंबल संभाग में हुई थी. इस वजह से इस बार प्रशासन ‘भारत बंद’ को देखते हुए पूरी तरह सतर्क है.
राजस्थान
एससी/एसटी एक्ट में संशोधन लाए जाने के विरोध में राजस्थान में अगड़ी जातियों ने सड़क पर उतरने का ऐलान किया है. गुरुवार सुबह भारत बंद का असर यहां भी दिखना शुरू हुआ और जयपुर के स्कूल, कॉलेज और मॉल सब बंद नज़र आए.
राजस्थान में सर्व समाज संघर्ष समिति ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जातियों को आपस में लड़ाना चाहती है, लेकिन हम इसे पूरा नहीं होने देंगे. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ भारत बंद का असर दिख रहा है. यहां पूरी तरह से बाजार बंद हैं. इस क्षेत्र में करणी सेना की अगुवाई में प्रदर्शन हो रहा है.
उत्तर प्रदेश
भारत बंद को देखते हुए उत्तर प्रदेश में सुरक्षा को मुस्तैद किया गया है. राज्य में कुल 11 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. राजधानी लखनऊ समेत बिजनौर, इलाहाबाद, आजमगढ़, बरेली जैसे कई शहरों में पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. ताकि किसी भी तरह के हालातों से निपटा जा सके. उत्तर प्रदेश के संभल और मुजफ्फरनगर में भी धारा 144 लागू कर दी गई है. लखनऊ, इलाहाबाद, कानपुर जैसे बड़े शहरों में आज बाजार पूरी तरह से बंद हैं.
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के ठाणे में भी सवर्ण समूह के लोगों ने प्रर्दशन किया. इस दौरान लोगों ने सड़कों पर उतर सरकार विरोधी नारे लगाए. लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार को तुरंत अपना आदेश वापस लेना चाहिए और जैसा सुप्रीम कोर्ट ने कहा था SC/SC एक्ट को वैसा ही करना चाहिए.