सरकार की ओर से फसल का मुआवजा नहीं मिलने और कर्ज माफ नहीं होने से परेशान किसान ने मंगलवार को मोहनलालगंज तहसील परिसर में अधिकारियों के सामने आत्मदाह की कोशिश की। किसान हाथ में तिरंगा लेकर पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के सामने ही कंटेनर में रखा पेट्रोल खुद पर उड़ेल लिया।
आनन-फानन पुलिस कर्मियों ने पीड़ित को पकड़ कर पेट्रोल कंटेनर व माचिस छीन लिया। मौके पर मौजूद एडीएम व एसडीएम ने पीड़ित की परेशानी सुनकर शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिलाया। एसडीएम मोहनलालगंज सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि पीड़ित किसान को शासन स्तर पर स्वीकृत हर संभव मदद दिलाई जाएगी।
नहर की सफाई हो जाती तो नहीं खराब नहीं होता धान
पीड़ित किसान कौशल किशोर निवासी बलसिहं खेड़ा ने बताया कि उसने बैंक से ढाई लाख का कर्ज लेकर धान लगाया था। फसल अच्छी थी, लेकिन सिंचाई विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही से बस बर्बाद हो गया।
लगातार शिकायत के बाद भी सिंचाई विभाग कई वर्षों से मितौली ड्रेन (शारदा सहायक) की सफाई नहीं कर रहा था। बीते दिनों हुई भारी बारिश के बाद नहर का पानी उफनाने से उसके खेत सहित कई अन्य गरीब किसानों की फसल पानी में डूब कर बर्बाद हो गई।
एक माह पहले भी अफसरों से लगाई थी गुहार
एक माह पहले चार अगस्त को मोहनलालगंज तहसील दिवस में एसडीएम को प्रार्थनापत्र देकर कर्ज माफी के साथ बर्बाद हुई फसल का मुआवजा शासन से दिलाने की गुहार लगाई थी। एक माह बाद भी उसे न तो सरकार की तरफ से कोई मदद मिली और न ही मदद का भरोसा।