विराट कोहली क्रिकेट के जिस फॉर्मेट से तौबा कर रहे हैं. कोहली कह रहे हैं कि कुछ भी हो जाए, वे इस इस फॉर्मेट में कभी नहीं खेलेंगे. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन क्रिकेट के उसी फॉर्मेट की तारीफ में कसीदे गढ़ रहे हैं. उनका कहना है कि यही वो फॉर्मेट है, जो क्रिकेट को आगे बढ़ाएगा.
बात हो रही है क्रिकेट के टी-10, यानी 100 बॉल फॉर्मेट की. वॉटसन ने कहा कि टी-10 क्रिकेट को आधुनिक रूप से सशक्त करने में मदद करेगा. वॉटसन संयुक्त अरब अमीरात में 23 नवंबर से शुरू हो रही टी-10 लीग में द कराचियंस टीम की कप्तानी करते दिखेंगे. 37 साल के इस ऑलराउंडर ने कहा, ‘मैंने इस लीग में पिछले सीजन में खेलने वाले कुछ क्रिकेट खिलाड़ियों से बात की. सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने पर मैंने भी इसमें शामिल होने के लिए हामी भर दी.’
वॉटसन ने क्रिकेट कैलेंडर में टी-10 लीग के शामिल होने के बारे में कहा, ‘वर्तमान में क्रिकेट के कई फॉर्मेट हैं. इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह तुरंत ही इंटरनेशनल लेवल पर शामिल हो पाएगा. हालांकि, मुझे यह जरूर लगता है कि इस लीग की धारणा काफी रोमांचक है. क्रिकेट को और भी रोमांचक बनाने की खातिर नए फॉर्मेट के लिए हमेशा इस खेल में जगह होती है. टी-10 क्रिकेट के प्रशंसकों में और भी इजाफा करेगा.’
वॉटसन ने कहा, ‘टी-20 को देख लीजिए. इस फॉर्मेट ने वैश्विक स्तर पर क्रिकेट को क्रांतिकारी बना दिया है. मुझे लगता है कि टी-10 भी इस खेल को और भी आधुनिक बनाएगा और निश्चित तौर पर यह दर्शकों के लिए और भी रोमांचक होगा.’ टी-10 लीग के दूसरे सीजन में वॉटसन के अलावा, डैरेन सैमी, ब्रेंडन मेक्कुनम, आंद्रे रसेल, राशिद खान, क्रिस लिन, इयोन मोर्गन, शोएब मलिक, सुनील नरेन जैसे क्रिकेट खिलाड़ियों को भी खेलते देखा जाएगा.
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली टी-10 फॉर्मेट का हिस्सा नहीं बनना चाहते. उन्होंने हाल ही में टी-10 से जुड़े एक सवाल पर कहा, ‘मुझे लगता है कि व्यावसायिक पहलू का असर क्रिकेट की गुणवत्ता पर पड़ रहा है. मैं इससे दुखी हूं. जो लोग इससे जुड़े हैं, उनके लिए यह काफी रोमांचक है, लेकिन मैं एक और प्रारूप नहीं खेल सकता. मैं किसी भी नए फॉर्मेट के लिए प्रयोग का जरिया नहीं बनना चाहता. मुझे टी-10 लीग से गुरेज नहीं, लेकिन एक और प्रयोग गवारा नहीं है.’