लखनऊ, 16 फरवरी। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड कैम्पस एवं गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) को ‘सस्टेनबिलिटी एण्ड बायोडायवर्सिटी’ के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु राष्ट्रीय स्तर पर अत्यन्त प्रतिष्ठित ‘विप्रो अर्थियन अवार्ड’ से नवाजा गया है। अभी हाल ही में आयोजित वर्चुअल सम्मान समारोह में विप्रो कम्पनी के चेयरमैन श्री रिशद प्रेमजी ने दोनों कैम्पस के मेधावी छात्रों व शिक्षिकाओं को पचास-पचास हजार रूपये का नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रख्यात लेखक व पत्रकार डेविड क्वामेन, फाॅरेस्ट मैन आॅफ इण्डिया के नाम से मशहूर पर्यावरणविद् श्री जादव मोलाई एवं बाल पर्यावरण कार्यकर्ता लिकप्रिया व अन्य प्रख्यात हस्तियों ने भी अपनी आॅनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई। इसके अलावा, समारोह के दौरान आयोजित इण्टरएक्टिव सेशन में सी.एम.एस. छात्रों ने विप्रो के चेयरमैन श्री रिशद प्रेमजी से विभिन्न विषयों पर बातचीत की और अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया। विदित हो कि सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस को रिकार्ड लगातार छठी बार एवं इस प्रतिष्ठित अवार्ड से नवाजा जा रहा है जबकि सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) को पहली बार ‘विप्रो अर्थियन अवार्ड’ से नवाजा गया है।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. के दोनों कैम्पसों की छात्र टीम को यह पुरस्कार सस्टेनबिलिटी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रदान किया गया है जिन्होंने अपने शोध एवं प्रस्तुतिकरण से हरित क्रान्ति हेतु जागरूकता प्रवाहित करने के साथ ही बड़े ही अनूठे ढंग से जनमानस को ‘रि-साइकिल, रियूज एण्ड रिड्यूज पलूशन’ हेतु प्रेरित किया है। फाइनल राउण्ड के उपरान्त देश भर के टाॅप 20 स्कूलों व 8 कालेजों को इस अवार्ड हेतु चयनित किया गया, जिसमें सी.एम.एस. के दोनों कैम्पसों भी शामिल हैं। इस अवार्ड के अन्तर्गत सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस के छात्रों आद्यविक त्रिपाठी, क्रतिका श्रीवास्तव, हंसिका गौतम, भुवी भटनागर, मनोनीत वाजपेयी एवं आर्ना वाजपेयी ने अपनी शिक्षिका श्रीमती शिक्षा त्रिपाठी के मार्गदर्शन में ‘सस्टेनबिलिटी एण्ड वेस्ट’ विषय पर लगातार तीन महीनों तक विभिन्न अपने स्कूल एवं आसपास के क्षेत्रों में जैव प्रौद्योगिकी एवं वेस्ट मैनेजमेन्ट के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया जबकि सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) के छात्रों भाग्य लखमानी, शरण्य अग्रवाल, प्रथम भारद्वाज, निर्मित राजपूत एवं अगस्त्य शुक्ला ने अपनी शिक्षिका सुश्री कविता एस. शाही के नेतृत्व में ‘‘सस्टेनबिलिटी एण्ड वाटर’ विषय पर जनमानस में जागरूकता जगाई।