प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के बहराइच में महाराजा सुहेलदेव के स्मारक का शिलान्यास किया. पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम में शामिल हुए. यहां अपने संबोधन में पीएम मोदी ने जब इतिहास का जिक्र किया, तो यूपी की धरती से उन्होंने सीधे पश्चिम बंगाल को साधने की कोशिश की. PM मोदी ने महाराजा सुहेलदेव से लेकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस और सरदार वल्लभ भाई पटेल का जिक्र किया.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का इतिहास वो नहीं है जो देश को गुलाम बनाने वालों और गुलामी की मानसिकता के साथ लिखने वालों ने लिखा, भारत का इतिहास वो भी है जो देश के सामान्य जन ने लिखा है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के कई अनेक नायक-नायिकाओं को कभी इतिहास में जगह नहीं दी गई, जिन्हें कभी उनका सम्मान नहीं दिया गया उसे आज का भारत सुधार रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस आजाद हिंद सरकार के पहले प्रधानमंत्री थे, आजाद हिंद फौज को कभी भी वैसा सम्मान नहीं दिया गया. पीएम मोदी ने कहा कि लालकिले से लेकर अंडमान तक नेताजी को जो सम्मान करना चाहिए था उसे हमारी सरकार ने सशक्त करने का काम किया. पीएम मोदी बोले कि देश की 500 से अधिक रियासतों को एक करने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल के साथ क्या हुआ, वो हर कोई जानता है. हमारी सरकार ने सरदार पटेल की सबसे ऊंची मूर्ति बनाई.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विरासत को लेकर जंग छिड़ी है. भारतीय जनता पार्टी हो या फिर तृणमूल कांग्रेस, हर कोई अपने आप को नेताजी का सच्चा समर्थक घोषित करने में जुटा हुआ है.
पीएम मोदी ने बताया कि नए कृषि कानूनों के जरिए छोटे किसानों को लाभ होगा, साथ ही जगह-जगह से किसानों को लाभ होने भी लगा है. कृषि कानूनों को लेकर कई तरह का प्रचार किया गया, जिन्होंने विदेशी कंपनियों के रास्ते खोले वो देशी कंपनियों को डरा रहे हैं. अब किसान ही इनकी पोल खोलने में लगे हैं. यूपी सरकार ने गन्ना किसानों, चीनी मिलें से जुड़ी समस्याओं को दूर किया है. पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष झूठ फैला रहा है कि किसानों की जमीन छिन जाएगी, लेकिन कोई उनपर विश्वास नहीं कर रहा है.