भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 18 फरवरी को रेल रोको आंदोलन की रणनीति को लेकर देर रात अमर उजाला से बातचीत की। टिकैत ने कहा कि दिन में 12 बजे से चार बजे तक रेल रोको कार्यक्रम चलेगा। किसान बीच रास्ते में रेल नहीं रोकेंगे, स्टेशन पर ही तीन चार-घंटे के लिए रेल रोकी जाएगी।
किसान इंजन पर फूल चढ़ाकर रेल रोकेंगे और यात्रियों को चाय नश्ता कराएंगे। इस दौरान यात्रियों को देश में बढ़ रही महंगाई और अन्नदाताओं की समस्याओं से अवगत कराएंगे। किसान सरकार को यह संदेश देंगे कि यह आंदोलन देश भर में फैल चुका है।
राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी गेट पर जो किसान धरना दे रहे हैं, वह यहीं रहेंगे। अपने-अपने गांव से किसान अपने निकटवर्ती स्टेशन पर पहुंचकर रेल रोकेंगे। यह आंदोलन पूरा शांतिपूर्ण तरीके से होगा। पहले इंजन पर फूल माला चढ़ाकर रेल रोकेंगे।
रेल रुकने के दौरान यात्रियों को चाय पानी, नाश्ता आदि कराया जाएगा। यह सब सामान किसान अपने गांव से लेकर आएंगे। इस दौरान यात्रियों को बताया जाएगा कि देश में आटा, दाल, तेल, पेट्रोल, डीजल आदि सामान का भाव आसमान छू रहा है। बढ़ती महंगाई से किसान भी परेशान हैं। सरकार अन्नदाता की नहीं सुन रही है।
आंदोलन में किसानों का आना लगातार जारी है। पश्चिमी यूपी और हरियाणा के साथ ही अन्य राज्यों से भी किसान आंदोलन में पहुंच रहे हैं। सोमवार को तेलंगाना, राजस्थान, पंजाब और केरल से किसान आंदोलन में अपना समर्थन देने पहुंचे। उन्होंने साफ कहा कि यह आंदोलन यूपी हरियाणा और पंजाब का ही नहीं है यह पूरे देश का आंदोलन है। सभी राज्यों से किसान यहां पर जुटेंगे।