सेलिब्रिटी ट्वीट की जांच कर रही महाराष्ट्र सरकार ने कई अहम खुलासे किए है. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि जांच में भाजपा आईटी सेल के प्रमुख और 12 इंफ्लुएंसर के नाम सामने आए है. कोरोना से उबरने के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पहली बार मीडिया से बात कर रहे थे.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने यह भी साफ किया कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि सेलिब्रिटी की जांच होगी. देशमुख ने कहा कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया, मैंने कभी नहीं कहा कि हस्तियों की जांच की जाएगी, लता मंगेशकर जी हमारे लिए भगवान हैं, पूरी दुनिया सचिन तेंदुलकर का सम्मान करती है.
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि हम भाजपा आईटी सेल की भूमिका की जांच कर रहे हैं, क्या ट्वीट उनके प्रभाव में किए गए थे या नहीं. बड़ा खुलासा करते हुए अनिल देशमुख ने कहा कि अब तक की जांच में भाजपा के शीर्ष आईटी प्रमुख और 12 इंफ्लुएंसर के नाम सामने आए हैं.
किसानों के आंदोलन को लेकर बॉलीवुड की अनेक हस्तियों, क्रिकेटर्स समेत खेल जगत के कुछ जाने-माने लोगों की ओर से ट्वीट्स किए गए थे. मुंबई कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया था कि बीजेपी के दबाव में जानेमाने लोगों की ओर से ट्वीट किए गए. इस आरोप के आधार पर महाराष्ट्र सरकार ने जांच के आदेश दिए थे.
इस मामले में गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था, ‘क्या हस्तियों के ट्वीट्स किसी दबाव में सामने आए? हमारी इंटेलीजेंस एजेंसियां इस मामले को देखेंगी. कैसे अक्षय कुमार और साइना नेहवाल के के ट्वीट्स एक जैसे थे, इसे देखा जाएगा. बीजेपी नेता को टैग करने वाले सुनील शेट्टी का ट्वीट भी हमारे सामने हैं और अब मामले की जांच की जाएगी.’
इस पर बीजेपी नेता राम कदम ने कहा था, ‘लता दीदी, सचिन तेंदुलकर की जांच का फैसला यह सुनिश्चित करता है कि कांग्रेस को देश से ज्यादा प्यार अपने दल से है. क्या देश हित मे इन सेलिब्रिटीज का ट्वीट लिखना अपराध हैं? कांग्रेस लता दीदी और सचिन से माफी मांगते हुए फैसला वापस ले.’